महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे पर सवाल: 'चुनाव आयोग ने किया समझौता, फर्जी वोट डाले गए...', राहुल गांधी के आरोपों के समर्थन में आए कांग्रेस नेता उदित राज

- राहुल गांधी के आरोपों के समर्थन में आए कांग्रेस नेता उदित राज
- 'चुनाव आयोग ने किया समझौता, फर्जी वोट डाले गए...'- उदित राज
- महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र चुनाव 2024 में धांधली का आरोप लगाया है, जिसका समर्थन कांग्रेस नेता उदित राज ने किया है। उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने (ECI) ने फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़े और हटाए जाने के बारे में कोई जवाब नहीं दिया है।
आईएएनएस से बात करते हुए कांग्रेस नेता उदित राज ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी तथ्य के साथ बातचीत करते हैं। चुनाव आयोग ने समझौता किया। फर्जी वोट डाले गए, जिसका जवाब चुनाव आयोग नहीं दे पाया है। महाराष्ट्र की सरकार बेईमानों की सरकार है। इस चुनाव में ईवीएम में घोटाला हुआ है।
उदित राज ने कहा- चुनाव आयोग ने यह भी नहीं बताया कि 5 महीने में जोड़े गए मतदाताओं की संख्या 5 साल में जोड़े गए मतदाताओं की संख्या से अधिक कैसे हो सकती है? उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने वीडियो फुटेज देने से भी इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आयोग पर सवाल उठते हैं तो बीजेपी उनकी ढाल बन जाती है, भारत में एक निर्वाचित निरंकुशता है।
राहुल गांधी का आरोप
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अग्रेजी आर्टिकल को शेयर करते हुए कहा कि चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने वोट शेयर के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने चुनाव में गड़बड़ी करने के पांच कारण बताए। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी अब बिहार विधानसभा चुनाव पर भी नजर गड़ाए है और वहां भी महाराष्ट्र जैसी मैच-फिक्सिंग करने की तैयारी है।
राहुल गांधी का आरोप है कि चुनाव आयोग ने 5 चरणों के जरिए रणनीति बनाकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और नतीजों को प्रभावित किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 2023 के चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़ा कानून बदला, इससे ये कानून सरकार के पक्ष में झुक गया। राहुल गांधी ने कहा कि नए कानून के तहत बनी चयन समिति में प्रधानमंत्री, कैबिनेट मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता शामिल हैं। ये समिति राष्ट्रपति को मुख्य चुनाव आयुक्त या चुनाव आयुक्तों के नाम की सिफारिश करती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि चयन समिति से देश के मुख्य न्यायाधीश को हटाकर एक कैबिनेट मंत्री को क्यों रखा गया?
Created On : 7 Jun 2025 9:33 PM IST