बिहार विधानसभा चुनाव 2025: लौकहा विधानसभा सीट की अनोखी चुनावी प्रवृत्ति ,पिछली बार जेडीयू गढ़ पर आरजेडी ने फतेह की

डिजिटल डेस्क,पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में लौकहाविधानसभा क्षेत्र मधुबनी जिले में आता है। जबकि संसदीय क्षेत्र झंझारपुर के अंतर्गत आता है। लोकहा विधानसभा चुनाव की अनोखी चुनावी प्रवृत्ति
लौकहा विधानसभा क्षेत्र नेपाल की सीमा से सटा हुआ है। अपनी अनिश्चित चुनावी प्रवृत्ति के लिए लौकहा प्रसिद्ध है। 1951 में गठित हुई लौकहा विधानसभा सीट पर अब तक 17 बार चुनाव हुए हैं, लेकिन किसी एक दल का लगातार दबदबा कभी कायम नहीं रहा। कांग्रेस ने पांच बार जीत दर्ज की, लेकिन समय के साथ उसकी पकड़ कमजोर होती गई। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और जनता दल (यूनाइटेड) (पूर्ववर्ती समता पार्टी सहित) ने चार-चार बार जीत हासिल की है। आरजेडी ने 3 बार जीत दर्ज की, जबकि प्रजा सोशलिस्ट पार्टी और संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने एक-एक बार जीत का स्वाद चखा।
मुस्लिम मतदाता 16 फसदी और अनुसूचित जाति12 फीसदी, 15 फीसदी के करीब यादव समुदाय के मतदाता है, जो चुनाव में निर्णायक भूमिका में होते है। अबकी चुनाव में जेडीयू एक बार फिर सीट वापस पाने की कोशिश में है, वहीं आरजेडी पिछली जीत को आगे बढ़ाने में लगी हुई है। लौकहा विधानसभा सीट बिहार की सबसे दिलचस्प और कड़ी टक्कर वाली सीटों में से एक है। 2020 में आरजेडी के भारत भूषण मंडल, 2015 में जेडीयू के लक्ष्मेश्वर राय, 2010 में जेडीयू के हरि प्रसाद सिंह, 2005 में जर्नादन सिंह सिग्रीवाल, 2000 में जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने निर्दलीय चुनाव जीता। कृषि यहां की मुख्य आजीविका है। रोजगारी, सिंचाई, शिक्षा , स्वास्थ्य और सड़कों की स्थिति बेहद खराब है। रोजगार के अवसर कम होने के चलते युवा दिल्ली, मुंबई और लुधियाना जैसे शहरों की ओर पलायन करते हैं।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   19 Oct 2025 2:13 PM IST