बिहार विधानसभा चुनाव 2025: परिहार विधानसभा सीट पर हैं बीजेपी का दबदबा, ढाई दशक से जारी है भाजपा की फतेह

परिहार विधानसभा सीट पर हैं बीजेपी का दबदबा, ढाई दशक से जारी है भाजपा की फतेह
2020 और 2015 में बीजेपी की गायत्री देवी, 2010 में बीजेपी के रामनरेश यादव निर्वाचित हुए। एनडीए को यह क्षेत्र अब संभावित जीत के रूप में देखा जा रहा है। जबकि इंडिया को कड़ी टक्कर देने के लिए नई रणनीतियों पर फोकस करना होगा।

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में परिहार विधानसभा सीट सीतामढ़ी जिले में आती है। परिहार नाम का संबंध प्रतिहार वंश से माना जाता है। प्रतिहार का मतलब होता है रक्षक या द्वारपाल। मतदाताओं का झुकाव लगातार बदलने से बीजेपी के लिए परिहार सीट सुरक्षित रह पाना कठिन है। आरजेडी की मजबूत होती स्थिति बीजेपी को कड़ी टक्कर दे सकती है। विपक्ष के मजबूत उम्मीदवार उतारने से यहां चुनावी मुकाबला बेहद रोचक और कांटे का हो सकता है।

2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद अस्तित्व में आई परिहार विधानसभा क्षेत्र सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित है। परिहार सीट में करीब 23 फीसदी एससी , एक फीसदी एसटी, 25 फीसदी मुस्लिम मतदाता है। परिहार पूरी तरह से ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र है, जहां कोई शहरी मतदाता नहीं है।

परिहार में अब तक तीन विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, और तीनों बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है। 2020 और 2015 में बीजेपी की गायत्री देवी, 2010 में बीजेपी के रामनरेश यादव निर्वाचित हुए। एनडीए को यह क्षेत्र अब संभावित जीत के रूप में देखा जा रहा है। जबकि इंडिया को कड़ी टक्कर देने के लिए नई रणनीतियों पर फोकस करना होगा।

परिहार विधानसभा क्षेत्र में नेपाल से व्यापार और सांस्कृतिक संबंध यहां के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। परिहार की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित है। क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिहाज से काफी पिछड़ा हुआ है। कई लोग मजदूरी के लिए अन्य राज्यों में जाते है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, सीमित होने के साथ बदहाल स्थिति में है।

बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।

Created On :   19 Oct 2025 2:43 PM IST

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