क्या जावड़ेकर के लिए केरल मिशन असंभव है?
नई दिल्ली क्या जावड़ेकर के लिए केरल मिशन असंभव है?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/तिरुवनंतपुरम। केरल के भाजपा के प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर को अक्सर राज्य में देखा जा रहा है, जहां पार्टी पांव जमाने का प्रयास कर रही है। कइयों ने इसे एक असंभव मिशन करार दिया है। हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री विश्वास व्यक्त करते हैं कि 2024 पार्टी के लिए अलग होगा।
पार्टी का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट पर दूसरे स्थान पर आना रहा है। वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने पहली बार एक सीट जीतकर अपना खाता खोला था, लेकिन 2021 के विधानसभा चुनाव में वह अकेली सीट भी हार गई थी।
प्रभारी जावड़ेकर कहते हैं कि केरल में नरेंद्र मोदी की स्वीकार्यता 36 प्रतिशत है और राज्य में पार्टी पहले की तरह एकजुट है। जावड़ेकर ने कहा, पिछले चार महीनों में हमने चार कोर कमेटी की बैठकें की हैं और पार्टी में चीजें ठीक हैं। प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्रन आगे भी बने रहेंगे।
जावड़ेकर के अनुसार सत्तारूढ़ वामपंथी सरकार तस्करी, भ्रष्ट आचरण और भाई-भतीजावाद जैसी अवांछनीय गतिविधियों में लिप्त है। जावड़ेकर 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य में पार्टी का आधार मजबूत करने को प्रयास कर रहे हैं। इसलिए वे यहां अधिक समय बिता रहे हैं। हालांकि वे जानते हैं कि यह बेहठ कठिन काम है।
(आईएएनएस)
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