विपक्ष की उम्मीदों को बड़ा झटका, महात्मा गांधी के पोते ने ठुकराया विपक्ष का प्रस्ताव, अब ढूंढना होगा कोई नया चेहरा

राष्ट्रपति चुनाव-2022 विपक्ष की उम्मीदों को बड़ा झटका, महात्मा गांधी के पोते ने ठुकराया विपक्ष का प्रस्ताव, अब ढूंढना होगा कोई नया चेहरा

Anupam Tiwari
Update: 2022-06-20 13:58 GMT
विपक्ष की उम्मीदों को बड़ा झटका, महात्मा गांधी के पोते ने ठुकराया विपक्ष का प्रस्ताव, अब ढूंढना होगा कोई नया चेहरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है। आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होना है तथा 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे। गौरतलब है कि 29 जून को राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए नामांकन की अंतिम तिथि होगी। इसी कड़ी में विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति उम्मीदवारों की तलाश जारी है। कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि विपक्ष महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकता है। लेकिन आज उन सभी अटकलों पर विराम लग गया है।

गोपालकृष्ण गांधी ने संयुक्त विपक्ष की ओर से उनके नाम को लेकर की गई पेशकश के लिए धन्यवाद दिया। हालांकि, उन्होंने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने से साफ इनकार कर दिया। गोपाल कृष्ण ने कहा कि मैं विपक्ष को कहूंगा कि वह किसी और नाम पर विचार करे। जो हम से बेहतर राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार हो सकता है। इस वक्त विपक्ष राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार के लिए संयुक्त तौर पर मीटिंग भी कर रहा है। लेकिन किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचा है। 

विपक्ष के चेहरे पर सस्पेंस बरकरार

जानकारों के मुताबिक, विपक्ष ने महात्मा गांधी के पोते कृष्ण गोपाल से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का ऑफर दिया था। यहां तक कि इसको लेकर उनसे फोन पर भी बातचीत की गई थी। लेकिन उन्होंने साफ मान कर दिया है। गौरतलब है कि इससे पहले गोपाल कृष्ण गांधी ने साल 2017 में वर्तमान उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के खिलाफ विपक्ष की तरफ से उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बने थे। हालांकि, उन्हें हार सामना करना पड़ा था।  गोपाल कृष्ण गांधी पूर्व में राजनायिक भी रह चुके हैं। गोपाल कृष्ण बंगाल के राज्यपाल के तौर पर साल 2004 से 2009 तक सेवा दे चुके हैं। भारतीय उच्चायुक्त के पद पर ये दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भी कार्यरत रह चुके हैं। विपक्ष का चेहरा कौन बनेगा, इस पर कल भी एक मीटिंग होना है। 

ये नेता भी कर चुके हैं इनकार

विपक्ष इस वक्त धर्मसंकट में पड़ा हुआ है कि किसे राष्ट्रपति पद का चेहरा बनाया जाए। सभी विपक्ष एकजुट होकर लगातार इसको लेकर बैठक भी कर रहा है। खबरों के मुताबिक राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर विपक्ष के बीच अभी तक कोई सहमति नहीं हो पाई है। पिछले हफ्ते ही पं.बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में विपक्ष की मीटिंग इस मुद्दे पर बुलाईं थीं। इस बैठक में कांग्रेस समेत 17 दलों ने भाग लिया था।

बैठक के दौरान कुछ नेताओं ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार का नाम आगे बढ़ाया था, लेकिन मराठा छत्रप ने इससे इंकार कर दिया था। उनका कहना था कि अभी वो सक्रिय राजनीति में रहना चाहते हैं। इसके अलावा फारूक अब्दुल्ला के नाम की भी चर्चा थी लेकिन उन्होंने भी राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से साफ मना कर दिया। ऐसे में महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी का नाम सामने आया था और सियासत में अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि इन्हें ही विपक्ष अपना उम्मीदवार बना सकता है।

लेकिन गोपाल कृष्ण ने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया और राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से साफ इंकार कर दिया है। अब एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर नई दिल्ली में विपक्ष की मीटिंग बुलाई है। उम्मीद यही लगाई जा रही है कि कल विपक्ष की तरफ से हर हाल में राष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम का ऐलान किया जा सकता है। 

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