बिहार में दिखी युवा राजनीति की नई तस्वीर, क्या चुनाव दिखेगा नया रंग!

तेजस्वी संग चिराग बिहार में दिखी युवा राजनीति की नई तस्वीर, क्या चुनाव दिखेगा नया रंग!

Bhaskar User1
Update: 2021-09-13 10:46 GMT
बिहार में दिखी युवा राजनीति की नई तस्वीर, क्या चुनाव दिखेगा नया रंग!
हाईलाइट
  • नीतीश कुमार नहीं पहुंचे रामविलास पासवान की बरसी में
  • रामविलास पासवान की विचारधारा को आगे बढ़ायेंगे तेजस्वी

डिजिटल डेस्क, पटना। लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) के संस्थापक राम विलास पासवान की पहली बरसी पटना में मनाई गई। इस मौके पर रामविलास पासवान के बेटे और एलजेपी सांसद चिराग पासवान ने तमाम लोगों को पुण्यतिथि पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस मौके पर नहीं पहुंचे थे। इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि इससे अच्छा संदेश नहीं गया है। तेजस्वी ने यह भी कहा कि हो सकता है यह नीतीश कुमार की व्यक्तिगत राय हो, इसमें कोई जबरदस्ती नहीं की जा सकती है। लेकिन शिष्टाचार जो है वह होना चाहिए।

हम लोगों के अभिभावक थे रामविलास 

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने कहा कि रामविलास पासवान हम लोगों के अभिभावक थे। बिहार ही नहीं देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक थे। वह जन नेता थे। विश्वास नहीं हो रहा है कि आज वह हम लोगों के बीच में नहीं हैं। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है। तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा कि ताउम्र वंचितो, उपेक्षितों और जरुरतमंदो के उत्थान एवं विकास के लिए चिंतित व समर्पित रहे लोजपा के संस्थापक, पद्म भूषण, पूर्व केंद्रीय मंत्री अभिभावक स्व.श्री रामविलास पासवान जी की प्रथम बरसी पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि। 

रामविलास पासवान की विचारधारा को आगे बढ़ायेंगे

रामविलास पासवान की विचारधार को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि आज वो हम लोगों के बीच नहीं है लेकिन जो उनकी विचारधारा रही है वह अब हमारी जिम्मेदारी है कि उसे जन-जन तक पहुंचायें। तेजस्वी ने कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि रामविलास पासवान से कुछ सीखने को मिला। मैं जब भी मिलता था तो एक बेटे के जैसा प्यार मिला है। रामविलास पासवान और रघुवंश प्रसाद के लिए राजकीय समारोह मनाने की मांग की है। साथ ही दोनों बड़े नेताओं की बिहार में मूर्ति की स्थापना के लिए की भी मांग कर चुका हूं।

चिराग ने दिया धन्यवाद!

रामविलास पासवान की बरसी में बिहार के तमाम नेताओं ने पहुंचकर रविवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं चिराग ने तेजस्वी से मुलाकात पर कहा कि तेजस्वी से उनकी कुछ दिन पहले मुलाकात हुई थी। उन्होंने कहा भी था कि वह जरूर आएंगे। चिराग पासवान ने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग पहुंचे है, इसके लिए सबका धन्यवाद करता हूं। 

क्या पिता की राह पर चलेगें चिराग और तेजस्वी?

 

चिराग पासवान और तेजस्वी की जबसे मुलाकात हुई है। तब से राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। लोग ऐसा अनुमान लगा रहे कि आगे बिहार की राजनीति में दो युवा जोड़ी निकलकर सामने आयेंगी। जिससे दोनों पार्टियों को मजबूती मिलेगी। हालांकि चिराग पासवान लगातार इन सभी बातों से इनकार कर रहे हैं। बता दें लालू प्रसाद यादव ने हाल ही में चिराग पासवान को बड़ा नेता करार देते हुए कहा था कि अगर तेजस्वी और चिराग की जोड़ी एक साथ राजनीति करती है तो बिहार की राजनीति की अलग दिशा होगी। तभी से ऐसे कयास लगाया जाने लगे कि पिता की राह पर चल सकते हैं तेजस्वी और चिराग। गौरतलब है कि रामविलास पासवान और लालू प्रसाद यादव का साथ लंबे अरसे तक रहा। जनता दल टूटने के बाद 2004 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद पहली बार यूपीए सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 2014 में ये जोड़ी अलग हो गई, लेकिन इसके बावजूद 2020 विधानसभा चुनाव में चिराग, नीतीश कुमार को मात देने के लिए प्रत्यक्ष तौर पर विरोधियों के साथ दिखे। तेजस्वी के विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ अपना प्रत्याशी देकर चिराग ने परोक्ष रूप से मदद पहुंचाई थी।

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