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- Former employees appealed to the CEO of Google, wrote an open letter to Sundar Pichai demanding this
गूगल से गुहार : गूगल ने की थी 12 हजार कर्मचारियों की छटनी, अब लेटर लिख कर कर्मचारियों ने सुंदर पिचाई के सामने रखी डिमांड, मागों में यूक्रेन का मुद्दा भी शामिल

हाईलाइट
- सीईओ से कर्मचारियों का गुहार
डिजिटल डेस्क, वॉशिगंटन। पिछले दिनों ही गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने 12 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। जिसके बाद से ही तमाम कर्मचारी बेहद निराश नजर आ रहे हैं। अब गूगल के सभी कर्मचारियों ने कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई को एक ओपन लेटर लिख कर अपनी कुछ मांगे रखी हैं। कर्मचारियों द्वारा पिचाई से खुद को प्राथमिकता देने और कंपनी में नई भर्ती पर रोक लगाने की बात खुले पत्र में की गई है।
कंपनी से नौकरी चले जाने के बाद सभी कर्मचारी गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की ओर टकटकी लगाए हुए हैं उनको अभी भी विश्वास है कि शायद कंपनी दोबारा से उन्हें नौकरी पर रख लेगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों ने सीईओ पिचाई के पास एक खुला पत्र लिख कर अपनी राय रखी है। जिनमें कर्मचारियों का कहना है कि अगर कंपनी को किसी भी तरह से कर्मचारियों की जरूरत पड़े तो सबसे पहले उन कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाए जिन्हें हाल ही के दिनों में कंपनी से निकाला गया है। ताकि हमारी समस्याएं और कंपनी की जरूरत दोनों की पूर्ति हो सके।
सीईओ से कर्मचारियों की गुहार
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस ओपन लेटर में कर्मचारियों ने शोक के मौके पर दी जाने वाली छुट्टी और वर्तमान में कंपनी में की जाने वाली नई नियुक्तियों पर रोक लगाने की भी मांग की है। इसके अलावा यूक्रेन से सबंधित कर्मचारियों को जॉब से ना निकलाने की मांग की गई है।
कर्मचारियों ने अपने ओपन लेटर में सीईओ सुंदर पिचाई से यह भी मांग की है कि अगर किसी कर्मचारी की छंटनी की जाती है तो उसे अपना पूरा नोटिस पीरियड सर्व करने का मौका देना चाहिए। साथ ही इस लेटर में यूक्रेन का जिक्र करते हुए कर्मचारियों ने यह भी कहा है कि यूक्रेन देश से सबंधित किसी भी कर्मचारी को कंपनी से न निकाला जाए क्योंकि वहां की स्थिति बेहद खराब है। हमें उन सभी लोगों की मदद करनी चाहिए ताकि उनकी थोड़ी बहुत मदद हो सके।
कई कंपनियां कर चुकी हैं कर्मचारियों की छटनी
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने कोरोना महामारी का हवाला देते हुए तमाम कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। कंपनी ने आधिकारिक तौर पर बयान जारी करते हुए कहा था कि कोरोना महामारी की वजह से कंपनी मंदी की शिकार हो गई है। जिसकी वजह से कंपनी को वित्तीय घाटे की आशंका है। बता दें कि, इससे पहले मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक, अमेजन डॉट कॉम इंक और माइक्रोसॉफ्ट ने भी बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया था।
पिचाई ने खुद जानकारी दी
दरअसल, गूगल के सीईओ पिचाई ने इस पूरे मामले पर 20 जनवरी को घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि कंपनी बहुत जल्द ही एक अहम फैसला लेने जा रही है। जिसके तुरंत बाद ही पिचाई ने कंपनी के मौजूदा कर्मचारियों की संख्या में से 6 फीसदी की कटौती करने की बात कही थी। पिचाई ने ईमेल के माध्यम से सभी कर्मचारियों को यह सूचना दी थी कि वो अब गूगल के कर्मचारी नहीं रहे।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।