लॉकडाउन के बीच केरल का सीफूड निर्यात उद्योग अधर में

Keralas seafood export industry in balance amid lockdown
लॉकडाउन के बीच केरल का सीफूड निर्यात उद्योग अधर में
लॉकडाउन के बीच केरल का सीफूड निर्यात उद्योग अधर में

कोच्चि, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। देश में कोरोनावायरस के संकट के कारण लगभग एक महीने से जारी लॉकडाउन के बीच केरल में सीफूड निर्यात उद्योग अधर में फंस गया है।

देश के सीफूड निर्यात का लगभग 15 प्रतिशत हिस्सा केरल से निर्यात होता है, जिससे 2018 के वित्त वर्ष में 46,589 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी।

सीफूड एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के केरल क्षेत्र के अध्यक्ष अलेक्स के. निनान ने आईएएनएस से कहा कि जहां तक केरल में इस उद्योग का सवाल है, यह उद्योग समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया है।

निनान ने कहा, लॉकडाउन शुरू होने के बाद से केरल में उद्योग की हर गतिविधि ठप है। सभी नौका बीरान पड़ी हैं, 400 पीलिंग शेड्स बंद हैं और कारखानें भी बंद हैं। हम सभी इस बात को लेकर परेशान हैं कि हमारी कारोबारी बचनबद्धताओं का क्या होगा। इस बारे में सोचने मात्र से डर लगता है।

निनान ने कहा, हम इस तरह की आपदा का सामना पहली बार कर रहे हैं और इसलिए हमें कुछ सूझ नहीं रहा है। अब हम तीन मई का इंतजार कर रहे हैं, जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन समाप्ता होने वाला है। उम्मीद कर रहे हैं कि उसके बाद स्थिति बेहतर होगी और मछली पकड़ने वाली नौकाएं समुद्र में जा सकेंगी। उसके बाद एक दूसरा मुद्दा आता है -मछली पकड़ने पर प्रतिबंध कब उठेगा?

उन्होंने कहा कि जिनके पास सीफूड का स्टॉक है, वे भी उलझन में हैं।

निनान ने कहा, स्टॉक्स का निरीक्षण करने वाले अधिकारी नमूने लेने फैक्टरियों तक नहीं आ पा रहे हैं। इसलिए जिनके पास स्टॉक हैं, वे भी निर्यात नहीं कर पा रहे हैं। हमने सुना है कि निर्यातक उस निर्यात के भुगतान संबंधी मुद्दे का भी सामना कर रहे हैं, जिसे वे पहले ही कर चुके हैं।

सीफूड निर्यातक अब केंद्र से उम्मीदें लगाए हुए हैं और चाहते हैं कि वह ब्याज माफी के संबंध में उदार कदम उठाए।

Created On :   21 April 2020 1:31 PM GMT

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