लापरवाही: ग्राम पंचायत की अनदेखी, करोड़ों तक पहुंचा बकाया बिजली बिल, बंद हो सकती है जलापूर्ति

ग्राम पंचायत की अनदेखी, करोड़ों तक पहुंचा बकाया बिजली बिल, बंद हो सकती है जलापूर्ति
  • 686 ग्राम पंचायतों पर जलापूर्ति योजना के 28 करोड़ के बिजली बिल बकाया
  • बार-बार ग्राम पंचायत प्रशासन से पत्र व्यवहार
  • पांच दिन पूर्व काटी मरीयमपुर की बिजली, यहां भी था बकाया

डिजिटल डेस्क, अमरावती। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत की ओर से अमल में लाई जानेवाली जलापूर्ति योजना को महावितरण की ओर से विद्युत आपूर्ति की जाती है। किंतु जिले की 6 तहसील की 686 ग्राम पंचायतों के पास 28 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया रहने से जलापूर्ति योजना की विद्युत आपूर्ति खंडित करने की चेतावनी महावितरण ने दी है।

महावितरण अमरावती ग्रामीण विभाग के तहत अमरावती, नांदगांव खंडेश्वर, चांदुर रेलवे, तिवसा, धामणगांव रेलवे व भातकुली तहसील की ग्राम पंचायतों के तहत 686 जलापूर्ति योजना को महावितरण की ओर से विद्युत आपूर्ति की जाती है। जलापूर्ति खंडित होने पर ग्रीष्मकाल की शुरुआत में ही ग्रामीण क्षेत्र में जलसमस्या निर्माण न हो इसके लिए महावितरण की ओर से बार-बार ग्राम पंचायत प्रशासन से पत्र व्यवहार भी किया गया। बावजूद इसके ग्राम पंचायतों की ओर से बकाया बिजली बिल भरने के लिए किसी प्रकार का सहयोग न मिलने की बात महावितरण ने कही है।

मरीयमपुर की बिजली काटी : फरवरी की शुरुआती सप्ताह में ही दोपहर के समय तापमान बढ़ने लगा है। इसीबीच ग्राम पंचायत द्वारा बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं करने से चार दिन पहले जिले की चिखलदरा तहसील के मरीयमपुर की विद्युत आपूर्ति खंडित किए जाने से यहां के लोगों को भीषण जलसंकट का सामना करना पड़ रहा है।

वायरमैन ने 29 ग्राहकों के बिजली बिल की रकम हड़पी : स्थानीय शेगांव नाका परिसर निवासी लखन छापानी (31) महावितरण कार्यालय में वायरमैन के रूप में कार्यरत है। वह महावितरण के वलगांव कार्यालय में अगस्त 2021 से फरवरी 2022 तक कार्यरत था। उसके पास नया अकोला का परिसर देखभाल दुरुस्ती के लिए सौंपा गया था। छापानी ने नया अकोला के विद्युत ग्राहकों के बिजली बिल के पैसे बिल भरने के लिए लिए। लेकिन यह रकम जमा न करते हुए 1 लाख 86 हजार 230 रुपए की रकम हड़प ली।

यह रकम 29 ग्राहकों की बताई जाती है। जिससे तपोवन के सहायक अभियंता राजीव गवली की शिकायत पर वलगांव थाने में लखन छापानी के खिलाफ 6 फरवरी को मामला दर्ज कराया है। शिकायत में कहा कि लखन छापानी का जब नया अकोला से तबादला हो गया उसके बाद छापानी की जगह पर ऋषभ धंदर वायरमैन और िवद्युत सहायक के रूप में वैष्णवी मते ने काम संभाला। नया अकोला गांव के लोगों ने उन्हें बिजली बिल भरने के लिए लखन छापानी को पैसे देने की बात कही थी। जिन लोगों से छापानी ने पैसे लिए उनके बयान दर्ज करने के लिए कहा।

Created On :   8 Feb 2024 10:35 AM GMT

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