Beed News: अहिल्यानगर महामार्ग पर तेंदुआ दिखने से लोगों में दहशत, एक माह के भीतर दूसरी बार देखा गया

अहिल्यानगर महामार्ग पर तेंदुआ दिखने से लोगों में दहशत, एक माह के भीतर दूसरी बार देखा गया
  • तेंदुओं की बढ़ती गतिविधियों पर लोगों में नाराज़गी
  • इंसानी बस्तियों के साथ-साथ सीधे हाईवे तक पहुंच रहे
  • तेंदुए रात में अधिक सक्रिय रहते हैं

Beed News. रात में सफ़र करने वाले यात्री सतर्क रहें। अहिल्यानगर स्टेट हाईवे पर तेंदुए का दोबारा दिखना खतरे की घंटी है। आष्टी के जंगली इलाके में तेंदुओं की बढ़ती संख्या अब बार-बार यह साबित कर रही है कि वे खेतों, इंसानी बस्तियों के साथ-साथ सीधे हाईवे तक पहुंच रहे हैं। 19 नवंबर की देर रात, कनीफनाथ घाट पर यात्रियों ने एक तेंदुए को सड़क पार करते हुए कैमरे में कैद किया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

एक माह के भीतर दूसरी बार तेंदुआ देखा गया

कुछ ही दिन पहले, 15 अक्टूबर को भी इसी घाट पर तेंदुए के दिखाई देने का वीडियो वायरल हुआ था। अब 19 नवंबर को तेंदुए का फिर से रात में हाईवे पर आना लोगों में दहशत बढ़ा रहा है।

तेंदुए रात में अधिक सक्रिय रहते हैं। उनका प्राकृतिक निवास पहाड़ी और जंगल क्षेत्र है, लेकिन शिकार की तलाश में वे इंसानी बस्तियों तक पहुंच जाते हैं। पिछले कुछ महीनों में कई किसानों की बकरियां, बछड़े और कुत्ते तेंदुओं का शिकार बने हैं। अब हाईवे पर उनकी आवाजाही ने यात्रियों की सुरक्षा पर भी गंभीर खतरा पैदा कर दिया है।

सोशल वर्कर परमेश्वर घोडके ने तेंदुओं की बढ़ती गतिविधियों पर नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि इंसानी जान जाने के बाद मदद का क्या फायदा। "फॉरेस्ट डिपार्टमेंट बकरियों और बछड़ों के मारे जाने पर सिर्फ पंचनामा करके मुआवजा देता है। लेकिन मुआवजा देने के बजाय तेंदुए पर नियंत्रण करना चाहिए। आज जानवरों की जान जा रही है, कल इंसान की जान जाने के बाद आपकी मदद का क्या फायदा। उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार शिकायतों के बावजूद विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है।

Created On :   20 Nov 2025 6:14 PM IST

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