पालतू पशुओं का शिकार कर रहे मगरमच्छ, वन विभाग बेफिक्र

पालतू पशुओं का शिकार कर रहे मगरमच्छ, वन विभाग बेफिक्र
तालाबों में डेरा डालने वाले मगरमच्छ पालतू पशुओं का शिकार कर रहे हैं।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

परियट जलाशय से निकलकर खमरिया और आसपास के गाँवों के खेतों वतालाबों में डेरा डालने वाले मगरमच्छ पालतू पशुओं का शिकार कर रहे हैं। पिछले 15 दिन में गाय, बकरी, कुत्ते समेत कई पशुओं के गायब होने के बाद जब ग्रामीणों ने निगरानी रखी, ताे सच्चाई का पता चला। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग को लगातार शिकायतें व सूचनाएँ दी गईं, लेकिन मगरमच्छों का रेस्क्यू करने और उनकी समस्याओं का पुख्ता हल निकालने के संबंध में किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। वन्य प्राणी विशेषज्ञ शंकरेंद्रुनाथ के अनुसार ग्राम हिनौता, अमझर, आमानाला, बिलेर, सोनपुर, सुंदरपुर, कुटगोछी समेत खमरिया से लगे कई गाँवों में परियट जलाशय के मगरमच्छ खेतों और तालाबों में आए दिन पहुँचते हैं। ग्रामीणों के पशु जैसे ही तालाब के पास पानी पीने पहुँचते हैं, मगरमच्छ उनका शिकार कर लेते हैं। ठंड और बारिश के मौसम में तो हालात ठीक रहते हैं, लेकिन गर्मी के मौसम में जलस्तर कम होने पर पशु गहराई में जाते हैं और इसी बात का फायदा मगरमच्छ उठाते हैं। शंकरेन्द्रुनाथ ने बताया कि ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत, जिला प्रशासन और वन विभाग में अनेकों बार लिखित शिकायतें दीं, लेकिन आज तक उनकी समस्या का पुख्ता निवारण नहीं हो पाया।

मगरमच्छों का संरक्षण भी जरूरी

शंकरेंद्रुनाथ के अनुसार जलाशय से निकलने वाले मगरमच्छों का शिकार भी जमकर होता है। मगरमच्छ प्रथम श्रेणी के वन्य प्राणी हैं, इनके संरक्षण को लेकर लंबे समय से वे हर स्तर पर कोशिश कर रहे हैं।

क्राेकोडाइल सेंचुरी को लेकर भी उनके द्वारा काफी प्रयास किए गए, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते कोई कारगर परिणाम नहीं निकल सके।


Created On :   12 May 2023 8:25 AM GMT

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