- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- ठाकुरताल सहित 100 हेक्टेयर क्षेत्र...
Jabalpur News: ठाकुरताल सहित 100 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगी आकर्षक जंगल सफारी

- लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने कहा - बहुप्रतीक्षित सौगात का जल्द होगा लोकार्पण
- यह इतना सुंदर प्राकृतिक स्थल है कि फॉरेस्ट बाथिंग थेरेपी का एक बड़ा केंद्र यह क्षेत्र बनेगा।
- जमीन तल से लगभग 70 फीट ऊंचाई पर बना ठाकुरताल एक प्राचीन तालाब है
Jabalpur News: प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज और मदन महल की खूबसूरत पहाड़ियों से घिरे ठाकुरताल के नगर वन का जल्द शहर वासी दीदार कर सकेंगे। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने रविवार को ठाकुरताल नगर वन व आसपास के वन क्षेत्रों का भ्रमण किया। उन्होंने पर्यटन की विकास योजना पर भी वृहद चर्चा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि यह स्थल वन्य जीवों, जैव विविधता, वन पर्यावरण और जन सामान्य के बीच तादात्म्य का साक्षी बनेगा। पर्यटन के विकास में इस प्रोजेक्ट की विशेष भूमिका रहेगी।
130 फीट ऊंचाई पर अद्भुत व्यू प्वॉइंट
जमीन तल से लगभग 70 फीट ऊंचाई पर बना ठाकुरताल एक प्राचीन तालाब है, जिसमें गर्मियों में भी स्वच्छ जल भरा रहता है। इसके चारों तरफ प्राकृतिक वाॅकिंग ट्रैक विकसित किया जाएगा। यहां वीरांगना मां रानी दुर्गावती द्वारा बनाया गया हवन कुंड भी मौजूद है। लगभग 250 हेक्टेयर में फैले इस जंगल के 100 हेक्टेयर में से ही एक स्थान चिकनी घटिया पर जमीन तल से लगभग 130 फीट ऊंचाई पर अद्भुत व्यू प्वाॅइंट होगा, जहां से पर्यटक संग्रामसागर, मदन महल का किला, बाजनामठ सहित शहर के बड़े हिस्से का सुंदर दृश्य देख सकेंगे।
यह भी पढ़े -89 अस्पतालों की जांच रिपोर्ट को लेकर नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग में तनातनी
साहसिक पर्यटन केन्द्र भी बनेगा
बताया गया है कि चिकनी घटिया के नजदीक से संग्राम सागर के दोनों तरफ के पहाड़ों के बीच जिप लाइन डाली जाएगी, जिसके माध्यम से एक पहाड़ी से दूसरी पहाड़ी तक पर्यटक पहुंच सकेंगे। मदन महल की चट्टानों पर ट्रैकिंग हेतु वे सभी सुविधाएं बनाई जाएंगी, जो बाहर से आने वाले पर्यटकों तथा ट्रैकिंग हेतु आकर्षण का केंद्र होंगी। पर्यटकों की सुविधा के लिए यहां कैफेटेरिया, बायो टॉयलेट के निर्माण हेतु भी योजना बनाई जाएगी, ताकि पर्यटक अधिक समय यहां व्यतीत कर सकें।
जल्द बनेगा जू व रेस्क्यू सेंटर
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि वे डुमना नेचर रिजर्व को लाए ही इसलिए थे कि वहां टाइगर सफारी बन सके परन्तु माननीय न्यायालय की रोक के उपरांत अब ठाकुरताल के पास ही जू व रेस्क्यू सेंटर बनाया जाएगा। इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है, परिणाम स्वरूप अब यहां लायन, टाइगर और लेपर्ड एक ही स्थान पर विचरण करते हुए पर्यटकों को देखने मिलेंगे।
इसके अलावा यहां बर्ड हेवन के रूप में विकसित करने की असीम संभावनाएं हैं, यहां अनेक प्रजातियों के दुर्लभ पक्षी पाए जाते हैं। निरीक्षण के दौरान मुख्य वन संरक्षक कमल अरोरा एवं वन मंडल अधिकारी ऋषि मिश्रा, रेंजर जबलपुर अपूर्व प्रखर शर्मा उपस्थित थे।
Created On :   23 Jun 2025 2:34 PM IST