Jabalpur News: भोपाल की रोबोटिक आर्म मशीनें अब जेईसी छात्रों की पकड़ में

भोपाल की रोबोटिक आर्म मशीनें अब जेईसी छात्रों की पकड़ में
  • दोनों संस्थानों के बीच हुआ एमओयू, आपस में रिसर्च और ट्रेनिंग में भी होगा सहयोग, नैक से ए प्लस ग्रेड प्राप्त है
  • स्टूडेंट्स के भरोसे पर खरा उतरना तकनीकी संस्थानों की जिम्मेदारी है।

Jabalpur News: भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय से मान्यता प्राप्त, नैक से ए प्लस ग्रेड और तकनीकी शिक्षा के शिक्षकों के ट्रेनिंग व रिसर्च के लिए विख्यात राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान यानी एनआईटीटीटीआर भोपाल अब जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए सहयाेगी संस्थान की भूमिका निभाएगा।

दोनों के बीच बुधवार को एमओयू साइन किया गया और एक-दूसरे के सहयोग का वादा किया गया। चूंकि तकनीकी शिक्षा के प्रशिक्षण में एनआईटीटीटीआर भोपाल एक बेहद जाना-माना नाम है और वहां की मशीनरी पूरी तरह से आधुनिक है। रोबोटिक आर्म मशीनें, हाइड्रोलिक ट्रेनर, बिजली मशीन टयूटर्स आदि का लाभ यहां के छात्रों और शिक्षकों को मिलेगा।

जेईसी और एनआईटीटीटीआर के बीच हुए समझौते का मुख्य उद्देश्य तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान, प्रशिक्षण, अकादमिक सहयोग, नवाचार एवं विभिन्न तकनीकी पहलुओं को बढ़ावा देना है। जिससे दोनों संस्थानों के कर्मचारियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को नए अवसर प्राप्त होंगे। एमओयू के वक्त एनआईटीटीटीआर के निदेशक प्रो. सीसी त्रिपाठी ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रोसेस पर फोकस करना होगा। स्टूडेंट्स के भरोसे पर खरा उतरना तकनीकी संस्थानों की जिम्मेदारी है।

एनईपी-2020 के अनुरूप यह सहयोग संस्थानों को डिजिटलाइजेशन, इंडस्ट्री 4.0, ग्रीन ट्रांजिशन एवं स्किल डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में काम करने का अवसर प्रदान करेगा। जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजीव चांडक ने कहा कि जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज मध्य प्रदेश का सबसे पुराना एवं प्रतिष्ठित शासकीय इंजीनियरिंग संस्थान है, जो कि वर्ष 1947 में स्थापित हुआ था, वर्तमान में संस्थान इमर्जिंग एरिया में भी कोर्सेस संचालित कर रहा है, जिसमें निटर भोपाल एक अहम भूमिका निभा सकता है। निटर भोपाल के सहयोग से हम अपने कॉलेज के पाठ्यक्रम को भी अपडेट करेंगे एवं एक्शन प्लान बनाकर शीघ्र ही स्टूडेंट्स की ट्रेनिंग और इंटर्नशिप पर फोकस करेंगे।

उनकी लैब हमारे काम भी आएगी

जेईसी के डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. कमल कुशवाह ने बताया कि दोनों संस्थानों के बीच फैकल्टी एक्सचेंज, इंटर्नशिप और इंडस्ट्री इंटिग्रेटेड प्रोजेक्ट्स जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। निटर भोपाल उत्कृष्टता का केंद्र लैब्स को हमारे विद्यार्थी व शिक्षक उपयोग कर सकेंगे। निटर की लाइब्रेरी में 41 हजार से अधिक पुस्तकें हैं जो कि सभी के काम आएंगी। यहां के शिक्षकों और स्टूडेंट्स के लिए यह काफी लाभदायक होंगी।

रिसर्च के लिए बेहद सराहनीय कदम

प्रो. पीके पुरोहित, डीन कॉर्पोरेट व पब्लिक रिलेशन निटर भोपाल ने बताया कि उद्योग आधारित शिक्षा एवं अनुसंधान में उत्कृष्टता हेतु यह कदम सराहनीय है, डॉ. पुरोहित का पूरी प्रक्रिया में विशेष योगदान रहा। जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. राजीव चांडक, प्रो. पीके झिंगे, डॉ. कंचन सेसिल सहित वरिष्ठ सदस्यों के एक प्रतिनिधिमंडल ने एनआईटीटीटीआर के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एवं सेमीकंडक्टर की प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया। इस अवसर पर प्रो. आरके दीक्षित, प्रो. संजय अग्रवाल, प्रो. मनीष भार्गव, प्रो. हुसैन जीवाखान उपस्थित थे।

Created On :   28 Aug 2025 5:00 PM IST

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