Jabalpur News: चलती ट्रेन में चाकू से किए 30 से ज्यादा वार, सुरक्षा पर सवाल

चलती ट्रेन में चाकू से किए 30 से ज्यादा वार, सुरक्षा पर सवाल
कोचिंग में पढ़ाने वाले युवक पर हुआ था हमला, पीएम के बाद परिजनों को सौंपा गया शव

Jabalpur News: चलती ट्रेन में सोमवार की रात हुई चाकूबाजी की घटना ने एक बार फिर से ट्रेनों में यात्री सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। इतनी भीड़ होने के बाद भी धनबाद-उधना स्पेशल ट्रेन के एस-4 कोच में दनादन 30 से ज्यादा वार किए गए और आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद फरार भी हो गया। हमलावर ने घटना को इस तरह अंजाम दिया कि युवक की अस्पताल पहुंचने पर मौत हो गई। यात्रियों में इस घटना को लेकर दहशत का माहौल रहा। मंगलवार को युवक के शव का मेडिकल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया और शव परिजनों को सौंपा गया। वहीं जीआरपी की टीम ने आरोपी को पकड़ने दबिश दी है। उधर, सूत्राें का कहना है कि आरोपी गिरफ्त में आ गया है।

ये है पूरा मामला

धनबाद-उधना स्पेशल ट्रेन के एस-4 कोच में सतना से न्यायालय में पेशी के बाद बनखेड़ी पिपरिया निवासी शैलेंद्र हांडिया आ रहा था। इसी कोच में मर्काढाना नर्मदापुरम निवासी युवक का रिश्ते में मामा ससुर गोविंद रघुवंशी भी सवार था। युवक का उसकी आरपीएफ में आरक्षक पत्नी के साथ पारिवारिक विवाद चल रहा है। मामा ससुर और युवक के बीच इसी बात को लेकर ट्रेन में विवाद हुआ और गोविंद ने युवक पर चाकू से दनादन हमला किया और ट्रेन से कूदकर फरार हो गया।

ट्रेन में सवार सुरक्षा कर्मियों ने स्टेशन में सूचना दी, जिसके बाद जबलपुर स्टेशन में युवक को रेल सुरक्षा बल के जवानों ने उतारा और अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। जीआरपी ने धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश में दबिश देनी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आरोपी पकड़ में भी आ गया है।

एक सैकड़ा से ज्यादा ट्रेनें, 77 की ही सुरक्षा

जबलपुर से चलने वाली ट्रेनों की संख्या एक सैकड़ा से ज्यादा है। इसके अलावा कई स्पेशल ट्रेनें भी पर्व में चल रही हैं। फिलहाल की स्थिति में लगभग 77 ट्रेनों में ही सुरक्षा के लिए गार्ड भेजे जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार 66 ट्रेनों में एक आपीएफ का जवान और दो आरपीएसएफ के जवान जा रहे हैं। वहीं 11 ट्रेनों में जीआरपी के जवानों को भेजा जा रहा है। एक तरह से देखा जाए तो सैकड़ों यात्रियों की सुरक्षा के लिए सिर्फ 3 सुरक्षा गार्ड ही रहते हैं। वहीं कई ट्रेनें तो ऐसी हैं जिनमें सुरक्षा के लिए कोई भी गार्ड नहीं होता।

Created On :   29 Oct 2025 5:51 PM IST

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