Jabalpur News: गोयनका की निसर्ग इस्पात फैक्ट्री कैम्पस के चप्पे-चप्पे पर है जांच टीम की नजर

गोयनका की निसर्ग इस्पात फैक्ट्री कैम्पस के चप्पे-चप्पे पर है जांच टीम की नजर
जांच टीम को आशंका इससे पहले भी यहां जंगली जानवरों का होता रहा शिकार, कुछ बड़े अधिकारियों पर भी शक की सुई

Jabalpur News: जिले की सीमा पर बसे सिहोरा के घुघरा में स्थापित छत्तीसगढ़ के उद्योगपति महेन्द्र गोयनका की निसर्ग इस्पात फैक्ट्री में तेंदुआ सहित जंगली शूकरों और वाइल्ड बोर के शव मिलने के मामले में सोमवार को नया मोड़ आया। तेंदुआ व शूकरों की प्राकृतिक के बजाय अप्राकृतिक मौत होने यानी विद्युत करेंट लगाकर मारे जाने की पुष्टि होने तथा उनके शव फैक्ट्री कैम्पस के अंदर जमीन में दफनाए जाने के सबूत मिलने के बाद, जांच टीमों की तैयारी गोयनका की फैक्ट्री/फार्महाउस में दोबारा खुदाई कराने की है।

अक्टूबर महीने में एक-एक कर तीन बार फैक्ट्री के अंदर दफन मिले तेंदुआ सहित करीब आधा दर्जन जंगली जानवरों के शव मिलने के बाद जांच टीम के सदस्यों को यह आशंका सता रही है कि हो न हो वहां जंगली जानवरों के और भी शव दफनाए गए हों। अपनी इसी आशंका को दूर करने गोयनका की निसर्ग फैक्ट्री/फार्महाउस कैम्पस में एक बार फिर संभावित संदिग्ध स्थानों की खुदाई कराई जा सकती है। तेंदुआ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद जांच टीम के सदस्यों की यहां व्यापक पैमाने पर जंगली जानवरों का शिकार किए जाने की आशंका और गहरा गई है। इसी आशंका के चलते वन विभाग के अधिकारियों की जांच टीम ने अपनी पड़ताल में इस एंगल को भी शामिल कर लिया है कि 12 अक्टूबर के पहले यहां कितने वन्य प्राणियों को मारने के बाद दफनाया गया है।

की जा रही खोजबीन, बढ़ेगा जांच का दायरा

डीएफओ ऋषि मिश्रा ने बताया कि मौका स्थल एवं आसपास के क्षेत्र की कान्हा टाइगर रिजर्व (मंडला) से आए डाॅग स्क्वॉड द्वारा खोजबीन की जा रही है। जरूरत पड़ी तो कैम्पस की पुन: खुदाई भी कराई जाएगी। श्री मिश्रा के अनुसार, प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए क्षेत्रीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स की सहायता भी ली गई है। उन्होंने यह भी बताया कि तेंदुआ वन्य प्राणियों के लिए बनी श्रेणी के शेड्यूल-वन में आता है इसलिए मामले में लिप्त व दोषी अधिकारियों पर भी आंच आना तय है। डीएफओ मिश्रा ने कहा कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। शूूकरों के शिकार के मामले में प्रभारी वनपाल यादवेंद्र यादव और वन रक्षक जितेंद्र अग्रवाल को निलंबित किया जा चुका है। फैक्ट्री के मैनेजर सहित चार कर्मचारी जेल भेजे जा चुके हैं। जांच में तथ्य व साक्ष्य मिले तो निसर्ग इस्पात फैक्ट्री/फार्म हाउस के संचालकों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।

टाइगर स्ट्राइक फोर्स की एंट्री

गोयनका की फैक्ट्री/फार्महाउस में तेंदुआ के शिकार का मामला सामने आते ही ‘टाइगर स्ट्राइक फोर्स’ की भी एंट्री हो गई है। ‘टाइगर स्ट्राइक फोर्स’ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिकारियों को पकड़ने में विशेषज्ञ मानी जाती है। फोर्स के सदस्यों ने अलग-अलग एंगल पर जांच करना शुरू कर दिया है।

Created On :   28 Oct 2025 4:43 PM IST

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