Jabalpur News: चार साल से सीनियर सिटीजन की टिकट में रियायत बंद

चार साल से सीनियर सिटीजन की टिकट में रियायत बंद
रेलवे ने कोविड के समय बंद की थी टिकट में छूट, अभी भी एक दर्जन श्रेणी को इंतजार

Jabalpur News: 4 साल पहले कोविड के समय रेलवे ने टिकट में जितनी भी रियायतें थीं सभी को बंद कर दिया था। इसके बाद 4 श्रेणियों में तो इसे शुरू कर दिया गया लेकिन एक दर्जन श्रेणी अभी भी ऐसी हैं जिन्हें रेलवे के टिकट में राहत का इंतजार है। सबसे खास बात यह है कि बुजुर्गों को भी इस रियायत वाली श्रेणी से बाहर कर दिया गया है। सीनियर सिटीजन और कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे लोगों ने रेल मंत्रालय से एक बार फिर से टिकट में राहत देने की मांग की है। हालांकि रेल प्रशासन ने कई बार प्रस्ताव बनाया, संसद में भी आवाज गूंजी लेकिन इस पर मुहर नहीं लग सकी।

सीनियर सिटीजन्स को वर्ष 2020 से पहले रेल टिकट में रियायत दी जाती थी, जिसमें 60 वर्ष से ऊपर के पुरुष और 58 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिलाओं को हर क्लास के टिकट पर 40 फीसदी किराये में छूट मिलती थी। इसी तरह खिलाड़ियों, मरीजों, मीडिया कर्मी, स्टूडेंट सहित 17 श्रेणियां ऐसी थीं जिन्हें टिकट में रियायत दी जाती थी, जो कोविड के समय बंद की गई हैं। वर्तमान में दिव्यांगजनों की 4 श्रेणी और कैंसर पीड़ित के साथ ही कुछ अन्य मरीज जब इलाज कराने जा रहे हों, तो उनके दस्तावेज देने पर सिर्फ आने-जाने व कुछ स्टूडेंट्स को रेलवे अभी टिकट में राहत दे रहा है। बाकी सभी श्रेणियों में रियायत बंद है।

केन्द्रीय मंत्री से की मांग

सीनियर सिटीजन्स को रेल टिकट में रियायत देने का मामला संसद में गूंजा और मांग की गई कि स्लीपर और थर्ड एसी में तो राहत दी जानी चाहिए। वहीं प्रमुख पेंशनर्स एसोसिएशन के एचपी उरमलिया, शेषमणि पांडे, एके शुक्ला, एसपी शुक्ला, जीएस पांडे आदि ने केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक के जबलपुर आगमन पर उन्हें ज्ञापन सौंपकर रेलवे में यह सुविधा शुरू करने की मांग की थी। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन ने भी रेल मंत्री को पत्र लिखकर इस दिशा में प्रयास करने की मांग की है। वहीं रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कुछ श्रेणियों के लिए रियायत का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है जल्द ही इसमें निर्णय हो सकता है।

Created On :   13 Nov 2025 3:28 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story