Jabalpur News: स्कूटी और बाइक्स में भी रोज इंस्टॉल की जा रहीं खतरनाक हाईबीम एलईडी लाइट्स

स्कूटी और बाइक्स में भी रोज इंस्टॉल की जा रहीं खतरनाक हाईबीम एलईडी लाइट्स
लापरवाही: शहर में तीन सौ से 350 रुपए तक में खुलेआम हो रहा विक्रय, सब कुछ देखकर भी जिम्मेदार बने बेपरवाह

Jabalpur News: शहर की सड़कों पर दौड़ रहीं कारों के अलावा स्कूटी एवं बाइकों में भी तेज सफेद हाईबीम एलईडी लाइट का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है। इनकी रोशनी इतनी तेज होती है कि सामने से आ रहे वाहन चालकों को कुछ दिखाई नहीं देता, इससे हादसों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।

लोगों का कहना है कि इस तरह की खतरनाक व नुकसानदेह हाईबीम एलईडी लाइट्स खुलेआम जहां-तहां बिक रही हैं, लेकिन इन्हें बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नागरिकों का कहना है कि जनहित में अभियान चलाकर इस तरह की लाइटों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जानी चाहिए। आम लोगों को भी इसके खतरों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।

इन क्षेत्रों की दुकानों में धड़ल्ले से लगाई जा रहीं

जानकारों का कहना है कि सड़कों पर चकाचौंध करने वाली हाईबीम एलईडी लाइट्स शहर के सिविक सेंटर, रसल चौक, नागरथ चौक, ब्लूम चौक, रद्दी चौकी, दमोहनाका, कृषि उपज मंडी, आईएसबीटी चौराहा, अधारताल एवं रानीताल चौक के पास स्थित कई दुकानों में धड़ल्ले से लगाई जा रही हैं। इसके लिए मात्र 300 से साढ़े तीन सौ रुपए तक का शुल्क दुकानदारों द्वारा लिया जा रहा है। इसी के चलते स्कूटी व बाइक चालक कंपनी द्वारा लगाई गईं हेडलाइट को निकलवाकर दुकानों में मिलने वाली मोडिफाइड तेज सफेद रोशनी वाली लाइट को धड़ाधड़ लगवाते दिखाई दे रहे हैं।

पुलिस की उदासीनता बन रही मुख्य वजह

लोगों की आंखों पर बुरा असर डालने वाली हाईबीम एलईडी लाइट्स आम लोगों द्वारा जहां खुलेआम अपने वाहनों में लगवाई जा रही हैं। वहीं ट्रैफिक पुलिस के जिम्मेदार यह सबकुछ देखकर भी खामोश बने हुए हैं। हालात ये हैं कि हेलमेट चेकिंग के नाम पर दोपहिया वाहन चालकों से चालानी कार्रवाई तो विभागीय जिम्मेदार कर रहे हैं, लेकिन हाईबीम एलईडी लाइट वाहनों में इस्तेमाल न की जाएं, इसके लिए वे कोई कार्रवाई नहीं करते। इसी कारण वाहनों में कंपनी द्वारा लगाई गई हेडलाइट की बजाय तेज रोशनी वाली मोडिफाइड लाइट ही अधिक देखने को मिल रही है।

बरसात और कोहरे के मौसम में बन जाती हैं जानलेवा

बरसात अथवा कोहरे वाले मौसम में सफेद रोशनी सड़क पर बिखरने से दृश्यता कम हो जाती है, जो कि जानलेवा साबित होता है, साथ ही नेत्र ज्योति पर भी तेज सफेद रोशनी बुरा असर डालती है। इसलिए कानूनी रूप से 4300 किलो वॉट से ऊपर की रोशनी वाले उपकरण पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं।

वाहन चेकिंग के दौरान लोगों को हाईबीम एलईडी लाइट नहीं लगवाने की समझाइश लगातार दी जा रही है, लेकिन मोटरयान अधिनियम में हमें दुकानों पर कार्रवाई करने के पूरे अधिकार नहीं हैं। रोजाना वाहन चालकों को हेलमेट एवं सीट बेल्ट लगाने के लिए भी कहा जा रहा है।

सुश्री अंजना तिवारी, एएसपी ट्रैफिक पुलिस

Created On :   15 Nov 2025 2:43 PM IST

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