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Jabalpur News: हर रोज लगती है आग, लड़ने के लिए 35 साल पुराने फाइटर

- 25 लाख की आबादी में सिर्फ 11 फायर ब्रिगेड वाहन
- आबादी के अनुरूप नहीं हैं फायर फाइटरों की संख्या, नए वाहन खरीदने का प्रस्ताव लटका
- फायर फाइटर की कमी के चलते फायर कर्मियों को अग्नि हादसों से निपटना मुश्किल हो रहा है।
Jabalpur News: जिले की आबादी बढ़कर 25 लाख हो गई है। शहर का भी तेजी से विस्तार हुआ है। नगर निगम फायर ब्रिगेड के अमले में 25 अपग्रेड फायर ब्रिगेड की जरूरत है। हकीकत यह है कि नगर निगम के अमले में केवल 11 फायर ब्रिगेड वाहन हैं। उसमें से 5 वाहन 30 से 35 साल पुराने आउट ऑफ डेट हो गए हैं। इनमें से एक वाहन की टंकी लीक हो गई है। दूसरे में फायर उपकरण ही नहीं है। बीते कई सालों में नगर निगम की सीमा का तेजी से विस्तार हुआ है।
शहर की आबादी भी बढ़ गई है। नगर निगम के वार्ड भी 60 से बढ़कर 79 हो गए हैं। लेकिन सालों बाद भी नगर निगम फायर ब्रिगेड के बेड़े में फायर फाइटर की संख्या और संसाधनों की कमी दूर नहीं की गई है। जानकारों की मानें तो नगर निगम एमआईसी नेे 8 नए फायर ब्रिगेड वाहनों का प्रस्ताव पास कर शासन को भेजा है। लेकिन शासन स्तर पर यह प्रस्ताव लंबे समय से अधर में लटका हुआ है।
फायर फाइटर की कमी के चलते फायर कर्मियों को अग्नि हादसों से निपटना मुश्किल हो रहा है। शहर के कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां अग्नि दुघर्टना की स्थिति में फायर वाहन का पहुंचना भी कठिन हो जाता है। ऐसे में संसाधनों की कमी भी इस कार्य में बाधा बन रही है।
11 में से 5 वाहन आउट ऑफ डेट
नगर निगम फायर ब्रिगेड के बेड़े में कहने को तो 11 फायर वाहन शामिल हैं। लेकिन इनमें से 5 फायर वाहन आउट ऑफ डेट हो गए है। जानकारों की मानें तो नियमानुसार 15 सालों में ही वाहन आउट ऑफ डेट हो जाते हैं। लेकिन फायर ब्रिगेड में ऐसे फायर फाइटर वाहन भी हैं, जो तीन दशक से काम कर रहे हैं। इन वाहनों में कुछ वाहनों की बाॅडी डैमेज हो गई है।
एक वाहन ऐसा भी है जिसका पंप ही गायब है। इन वाहनों के भरोसे फायर ब्रिगेड का अमला अग्नि हादसों पर काबू पाने का जोखिम उठा रहा है। इसके साथ ही ऊंची इमारताें में होने वाली अग्नि दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड में एक टर्न-टेबल लैडर और एक बूम माॅनिटर वाहन है। जानकारों का कहना है कि ये संसाधन बढ़ती आबादी के साथ र्प्याप्त नहीं हैं।
10 साल पहले अप्रूव हुए रेट पर खरीदना चाहते हैं फायर ब्रिगेड वाहन
सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में एक फायर ब्रिगेड वाहन की कीमत तकरीबन 75 लाख रुपए हो चुकी है। राज्य सरकार ने 10 साल पहले फायर ब्रिगेड वाहनों की कीमतें अप्रूव की थीं, उस समय एक फायर फाइटर की कीमत करीब 50 लाख रुपए होती थी। नगर निगम ने राज्य सरकार को वर्तमान फायर ब्रिगेड वाहन की कीमत के कोटेशन भेजे हैं। लेकिन वर्तमान रेट और राज्य सरकार द्वारा अप्रूव रेट में अंतर होने के कारण फायर वाहनों की खरीदी नहीं हो पा रही है।
तीन शिफ्ट में काम कर रहे कर्मचारी
फायर ब्रिगेड में कर्मचारी तीन शिफ्ट में काम कर रहे हैं। यहां एक अधीक्षक, 2 सहायक अधीक्षक और 4 फायरमैन पदस्थ हैं। इसके अलावा तकरीबन 90 आउटसोर्स कर्मी तैनात हैं। फायर ब्रिगेड में ड्राइवरों की संख्या 50 है। इन ड्राइवरों से फायर वाहनों के साथ ही शव वाहन और कैटल वाहन भी चलवाए जा रहे हैं।
4 माह में 196 हादसे
फायर ब्रिगेड से प्राप्त आकड़ों के मुताबिक इस साल बीते चार माह में ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 196 अग्नि हादसे सामने आए हैं। जिनमें 10 करोड़ 22 लाख 7 हजार 5 सौ रुपए की संभावित संपत्ति का नुकसान हुआ है। गर्मी के मौसम में पहाड़ियों, जंगलों, झाड़ियों, कचरे और खेत-खलिहानों में होने वाली अग्नि दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ जाती है। ऐसे में फायर ब्रिगेड को आग पर काबू पाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है।
8 नए फायर ब्रिगेड वाहन खरीदने की अनुमति के लिए राज्य शासन को पत्र लिखा गया है। अनुमति मिलने के बाद नए वाहनों की खरीदी की जाएगी।
- प्रीति यादव, निगमायुक्त, नगर निगम जबलपुर
Created On :   7 May 2025 6:07 PM IST