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Jabalpur News: काली पट्टी में छिपा है तहसीलदारों का गुस्सा, आंदोलन के लिए तैयार

- पूरे प्रदेश में विरोध जता रहे हैं तहसीलदार और पटवारी
- मामला वापस नहीं हुआ तो सामूहिक अवकाश लेकर करेंगे हड़ताल
- सोमवार तक यदि ईओडब्ल्यू में दर्ज मामले पर कोई विचार नहीं किया गया तो तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर जा सकते हैं
Jabalpur News: यदि जल्द ही कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाले कुछ ही दिनों के अंदर राजस्व अधिकारियों की बड़ी हड़ताल से जिले सहित पूरे प्रदेश को रू-ब-रू होना पड़ेगा। गोरखपुर तहसील के जिस मामले को लेकर जिले के तहसीलदार आंदोलन कर रहे थे, अब वह मामला प्रदेश स्तरीय हो गया है और फिलहाल पूरे प्रदेश में तहसीलदार काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे हैं। सोमवार तक यदि ईओडब्ल्यू में दर्ज मामले पर कोई विचार नहीं किया गया तो तहसीलदार सामूहिक अवकाश पर जा सकते हैं या प्रदेश व्यापी हड़ताल का निर्णय भी लिया जा सकता है।
गोरखपुर तहसील में जमीन के एक मामले में ईओडब्ल्यू ने तहसीलदार भरत सोनी और पटवारी शिखा तिवारी पर प्रकरण कायम किया था। इस मामले की जांच जब कलेक्टर द्वारा गठित टीम से कराई गई तो मामला उल्टा पड़ गया और ईओडब्ल्यू के जांच अधिकारी पर ही दोषारोपण हो गया कि उन्होंने गलत तथ्यों पर मामला बना लिया है। इसे लेकर विगत दिनों तहसीलदारों और पटवारियों ने कलेक्टर से मुलाकात की थी और उन्हें ज्ञापन भी सौंपा था कि यदि जल्द ही मामला वापस नहीं लिया तो वे पहले सामूहिक अवकाश पर जाएंगे और उसके बाद हड़ताल शुरू कर देंगे।
इस मामले को लेकर तहसीलदारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भोपाल जाकर राजस्व मंत्री से भी मुलाकात की थी और उसके बाद राजस्व अधिकारियों के प्रादेशिक संगठन के पदाधिकारियों से चर्चा हुई। इसके बाद मामला पूरे प्रदेश में फैल गया।
प्रदेश स्तर पर निर्णय
इस मामले में तहसीलदार संघ के अध्यक्ष शशांक दुबे ने बताया कि अब चूंकि मामला प्रदेश संगठन के पास पहुंच गया है, इसलिए निर्णय भी वहीं से लिए जाएंगे। अभी तो सभी काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हैं लेकिन जैसे ही भोपाल से अगले निर्देश मिलेंगे वैसा ही किया जाएगा। हो सकता है कि सोमवार से आगे की रणनीति पर कार्य किया जाए।
सभी कार्य प्रभावित होंगे
तहसीलों में यदि तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारी कार्य न करें तो पूरा राजस्व विभाग ही पंगु हो जाएगा। इन दोनो पदों पर ही राजस्व विभाग निर्भर है। जनता के बीच जाकर तहसीलदार और पटवारी ही मुख्य कार्य करते हैं और यदि वे ही हड़ताल पर चले गए तो प्रशासनिक तंत्र ठप हो जाएगा।
Created On :   7 May 2025 5:55 PM IST