Jabalpur News: शासकीय आयुर्वेद कॉलेज की साख घटी, टॉप-100 से बाहर

शासकीय आयुर्वेद कॉलेज की साख घटी, टॉप-100 से बाहर

Jabalpur News: नेशनल कमीशन फॉर इण्डियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआईएसएम) ने सत्र 2025-26 के लिए देश के आयुर्वेद कॉलेजों की ग्रेडिंग करते हुए रैंकिंग लिस्ट जारी कर दी है। सूची में शहर के गौरीघाट स्थित शासकीय आयुर्वेद कॉलेज ने फिर स्थान बनाया है, हालांकि पिछली सूची के मुकाबले कॉलेज की साख घट गई है। पिछले सत्र 2024-25 में देश के टॉप-100 कॉलेज में शामिल रहा शहर का आयुर्वेद कॉलेज इस सत्र में 180वीं रैंक पर पहुंच गया है।

ग्रेडिंग भी बी ग्रेड से घटकर सी ग्रेड पर पहुंच गई है। चौंकाने वाले परिणाम से कॉलेज प्रबंधन संतुष्ट नहीं है जबकि प्रबंधन का दावा है कि इस सत्र की तैयारी पिछले सत्र से बेहतर थी। ऐसे में रैंकिंग में पिछली बार के मुकाबले सुधार की उम्मीद की थी। सी ग्रेड की सूची में आयुर्वेद कॉलेज के अलावा शहर का एक निजी आयुर्वेद कॉलेज शामिल है।

परिणाम से संतुष्ट नहीं प्रबंधन, अपील की तैयारी

आयुर्वेद कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एलएल अहिरवाल ने बताया कि इस सत्र की ग्रेडिंग और रैंकिंग के लिए करीब 2 माह पूर्व क्यूसीआई ने निरीक्षण किया था। हमने पिछले बार की तुलना में बेहतर तैयारी की थी और उम्मीद थी कि ग्रेडिंग बी ग्रेड से कम नहीं होगी, लेकिन ताजा सूची में सी ग्रेड दिया गया है, जिससे हम संतुष्ट नहीं हैं। परिणाम को लेकर हम एनसीआईएसएम में अपील करेंगे।

ऐसी है रैंकिंग की स्थिति

जारी सूची के अनुसार देशभर के निजी व शासकीय लगभग 600 से ज्यादा आयुर्वेद कॉलेजों में से 188 कॉलेजों को रेटिंग ग्रेड प्रदान किया गया, जिसमें 36 कॉलेजों को ए ग्रेड, 58 कॉलेजों को बी ग्रेड व 94 कॉलेजों को सी ग्रेड प्रदान किया गया। सूची में मध्यप्रदेश के दो कॉलेजों को बी ग्रेड व चार को सी ग्रेड मिला है।

रिसर्च में मिलेगी मदद

आयुष मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. राकेश पाण्डेय ने बताया कि संभावना है कि अभी और भी आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों को ग्रेड रेटिंग दी जा सकती है। देशभर के कुल 188 आयुर्वेद मेडिकल कॉलेजों को ग्रेड रेटिंग दी गई है, ताकि कॉलेजों में अतिरिक्त सीट बढ़ाने से लेकर पीजी प्रारंभ करने व रिसर्च में मदद मिल सके।

Created On :   25 Oct 2025 6:05 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story