Jabalpur News: उच्च शिक्षा आयुक्त के फरमान से शिक्षकों में रोष

उच्च शिक्षा आयुक्त के फरमान से शिक्षकों में रोष
  • यूजीसी रेगुलेशन के अनुसार शिक्षकों को 5 घंटे उपस्थित रहना होगा, आयुक्त ने आदेश में 6 घंटे कर दिए
  • रादुविवि में परीक्षा परिणाम बनाने वाली एजेंसी का ठेका खत्म हो चुका है
  • संघ का कहना है कि उसी आदेश का लगातार पालन किया जा रहा है और शिक्षक 5 घंटे मौजूद रहते हैं।

Jabalpur News: विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शिक्षकों में इन दिनों आयुक्त उच्च शिक्षा के फरमान से घोर नाराजगी है। यूजीसी के निर्देशों और रेगुलेशन के विपरीत जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि सार्थक एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करानी होगी और इसके लिए शिक्षकों और कर्मचारियों को प्रतिदिन संस्थान में 6 घंटे उपलब्ध रहना होगा। जबकि यूजीसी रेगुलेशन 2018 के तहत शैक्षणिक वर्ग के लिए महाविद्यालय में उपलब्धता 5 घंटे प्रतिदिन तय है।

वहीं गैर-शैक्षणिक वर्ग जो कि सप्ताह में 5 दिन कार्य करता है उसे शिक्षा विभाग के अनुसार सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कुल 8 घंटे मौजूद रहना होता है जबकि आयुक्त उच्च शिक्षा के आदेश पर अब उन्हें मात्र 6 घंटे मौजूद रहना होगा।

प्रांतीय शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ ने बताया है कि वर्ष 2019 में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा नीरज मंडलोई ने आदेश जारी कर साफ किया था कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के शिक्षकों को प्रतिदिन संस्थान में 5 घंटे मौजूद रहना होगा। संघ का कहना है कि उसी आदेश का लगातार पालन किया जा रहा है और शिक्षक 5 घंटे मौजूद रहते हैं।

वहीं आयुक्त उच्च शिक्षा द्वारा सार्थक एप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करने हेतु सभी शिक्षकों और कर्मचारियों को आदेश जारी किए गए हैं जिसमें घोर अनियमितताएं हैं। आदेश का पालन किया जाएगा तो शिक्षकों को यूजीसी के निर्देशों के खिलाफ कार्य करते हुए 6 घंटे तक रुकना होगा जबकि गैर-शिक्षकीय कार्य करने वालों को 8 घंटे की बजाय केवल 6 घंटे ही काम करना होगा। संघ का कहना है कि शीघ्र ही इस मामले में उचित निर्देश जारी किए जाएं।

पेंडिंग सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण बने मुसीबत| रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में करीब 200 से अधिक सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण लंबित हैं। इसे लेकर आयुक्त उच्च शिक्षा ने विश्वविद्यालय को तीन दिनों के भीतर शिकायतों का निराकरण करने की चेतावनी जारी की है। बताया जाता है कि इन शिकायतों में अधिकांश परीक्षा विभाग से संबंधित हैं। परीक्षा परिणाम से लेकर अंकसूची में गड़बड़ी आदि की कई शिकायतें हैं।

विवि में ठेका समाप्त, रिजल्ट रुके

बताया जाता है कि रादुविवि में परीक्षा परिणाम बनाने वाली एजेंसी का ठेका खत्म हो चुका है और बहुत से परीक्षा परिणाम तैयार ही नहीं हुए हैं। यही कारण है कि एक तरफ विद्यार्थी लगातार परिणाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं और विवि प्रबंधन कुछ नहीं कर पा रहा है। जानकारों का कहना है कि जल्द ही दूसरी एजेंसी को काम सौंपा जाएगा और परिणाम घोषित किए जाएंगे।

Created On :   18 July 2025 6:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story