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Jabalpur News: शहर फिर ऑरेंज अलर्ट पर, अब फिर शुरू होगा तेज बारिश का दौर

- बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव, कईं शहरों में कराएगा तेज बरसात
- 25 इंच पर टिका बारिश का आंकड़ा तेजी से ऊपर जाएगा
- जितना बांध में आ रहा है लगभग उतना ही पानी नर्मदा में छोड़ा जा रहा है, ताकि बांध में जल की मात्रा नियंत्रित रहे।
Jabalpur News: शहर में कुछ दिनों तक हल्की बारिश का दौर चला, लेकिन अब आगे मानसून एक बार फिर से जबलपुर सहित पूर्वी मध्य प्रदेश के शहरों में ज्यादा असर डाल सकता है। इसका कारण यह है कि बंगाल की खाड़ी पर एक सिस्टम एक्टिव हुआ है, जो मण्डला, डिण्डौरी, बालाघाट, उमरिया, शहडोल जैसे जिलों में ज्यादा बारिश करा सकता है।
मौसम विभाग ने शहर को अब ऑरेंज अलर्ट पर रखा है, जिसके मायने यही हैं कि कम दबाव के क्षेत्र ने यदि असर दिखाया तो आसपास के जिलों में तेज बारिश हो सकती है। शहर में इस मानसून सीजन में अब तक 25 इंच बरसात दर्ज हाे चुकी है। कई दिनों से हल्की बारिश के बाद आंकड़ा ऊपर नहीं जा सका, लेकिन जल्द इसमें बदलाव होने वाला है।
शहर में गुरुवार को अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री दर्ज किया गया, यह सामान्य से एक डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री दर्ज किया गया, यह सामान्य रहा। हल्की बारिश के बाद गुरुवार को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली। शहर के आसपास अभी दक्षिण पश्चिमी हवाएं सक्रिय हैं। अगले 24 घंटे में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है।
68 फीसदी भरा बांध, जल स्तर 31 जुलाई के तय शेड्यूल से ऊपर पहुंच गया
बांध के 2 गेट और खुलेंगे, नर्मदा के घाटों में 5 फीट फिर बढ़ेगा जल स्तर
बरगी बांध में जल की मात्रा निर्धारित शेड्यूल से ऊपर पहुंचने पर इसके और गेट खोलने का निर्णय लिया गया है। शुक्रवार को बांध के 2 गेटों को और खोला जाएगा। पहले से बांध के 5 गेट खुले हैं, इस तरह अब कुल 7 गेटों से नर्मदा में पानी छोड़ा जाएगा।
बांध के गेटों को 1.21 मीटर की औसत हाइट तक खोला जाएगा। बांध का जल स्तर 31 जुलाई तक 417.50 मीटर होना चाहिए, लेकिन अभी फिलहाल बांध 419 मीटर तक भरा है। यह 68 फीसदी है और आगे इसमें जल्द इजाफा होने की संभावना है। बांध का जल प्रबंधन देखने वाले राजा राम रोहित के अनुसार बांध में 1044 घन मीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से पानी आ रहा है।
जितना बांध में आ रहा है लगभग उतना ही पानी नर्मदा में छोड़ा जा रहा है, ताकि बांध में जल की मात्रा नियंत्रित रहे। आगे जल भराव वाले स्टेशनों पर मानसून बारिश तेज होने की संभावना भी है, जिससे बांध में पानी की आवक बढ़ सकती है।
Created On :   25 July 2025 6:34 PM IST