- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- सड़कों पर आवारा मवेशियों का डेरा,...
Jabalpur News: सड़कों पर आवारा मवेशियों का डेरा, खतरे में लोगों की जान, जिम्मेदार बेफिक्र

- लापरवाही: शहर के प्रमुख मार्गों से लेकर हाईवे तक पशुओं के झुंड
- आए दिन हो रहे हादसे, मूक प्राणियों की भी जा रही जान
- सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर मंडराते आवारा पशु लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं।
Jabalpur News: ओमती थाना क्षेत्र अंतर्गत नागरथ चौक के पास सड़क पर बुधवार को दाे घोड़ों के आपसी संघर्ष के दौरान हुई घटना ने लोगों को एक बार फिर चिंता में डाल दिया। दरअसल आपस में लड़ते-लड़ते घोड़े शो-रूम में घुस गए और उसके बाद भागते हुए एक घोड़ा सड़क से गुजर रहे सवारी से भरे ऑटाे में जा घुसा, जिससे ऑटो चालक और उसमें बैठी सवारियां घायल हो गईं।
इस घटना ने शहर की सड़कों पर आवारा पशुओं के आतंक और धमाचौकड़ी को एक बार फिर उजागर कर दिया है। लोगों का कहना है कि शहर के प्रमुख मार्गों से लेकर हाईवे तक में आवारा मवेशियों का जमघट रहता है। इनके कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। लोग घायल हो रहे हैं और मूक प्राणियों की भी जान जा रही है। इस तरह आवारा मवेशियों को छोड़े जाने पर कड़ाई से अंकुश लगना चाहिए।
बाजारों में तक हालात चिंताजनक
सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर मंडराते आवारा पशु लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। कोतवाली, कमानिया, बड़ा फुहारा, मुकादमगंज, निवाड़गंज, घमंडी चौक, छोटा फुहारा, बल्देवबाग, रानीताल, रसल चौक, सदर, गोरखपुर बाजार व गढ़ा में आवारा पशुओं से व्यवसायी और बाजार में आने वाले ग्राहक परेशान हो रहे हैं। गली-मोहल्लों में भी इनका जमावड़ा रहता है। आवारा पशु झुंड में रहते हैं जो किसी पर अटैक करें या आपस में भिड़ जाएं तो बचना मुश्किल हो जाता है।
शादियों के सीजन के बाद घोड़ों को खुला छोड़ देते हैं मालिक
जानकारों का कहना है कि शादियों का सीजन खत्म होते ही बग्घी और घोड़ों के मालिक उन्हें खुला छोड़ देते हैं। ये घोड़े अक्सर शहर की सड़कों पर लावारिस घूमते हुए देखे जा सकते हैं। खासतौर पर नागरथ चाैक, गोलछा कम्पाउंड, सदर, चौथापुल मार्ग, छावनी परिषद कार्यालय, मनमोहन नगर, शांति नगर आदि के आसपास ये घूमते देखे जा सकते हैं, लेकिन इन्हें पकड़ने की कार्रवाई नहीं की जाती।
क्या कर रही हाॅका गैंग की इतनी बड़ी फौज
नागरिकों का कहना है कि कहने को तो नगर निगम के पास हॉका गैंग की लंबी-चौड़ी फौज है जिसमें 80 कर्मचारी तैनात हैं। इनके जिम्मे सुबह-शाम की अलग-अलग शिफ्टों में सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों को पकड़ने की जिम्मेदारी है, लेकिन सड़कों पर हो रही इनकी धमाचौकड़ी हॉका गैंग की सक्रियता पर सवालिया निशान लगा रही है। जबलपुर नगर निगम सीमा के अंतर्गत तिलवारा, रामपुर मांडवा और उमरिया में तीन कांजी हाउस स्थापित हैं। वर्तमान में तीनों कांजी हाउस में 1705 आवारा पशु हैं।
निगमायुक्त के निर्देश पर आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए सुबह-शाम दाेनों शिफ्टों में हॉका गैंग के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। बीते 7 माह में 1412 आवारा मवेशियों को सड़कों से पकड़कर कांजी हाउस पहुंचाया गया है।
- राजेन्द्र पटेल, सहायक अग्निशमन अधिकारी, नगर निगम
Created On :   25 July 2025 7:06 PM IST