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Jabalpur News: अब पशुओं की बीमारी के डायग्नोस में होगी आसानी

Jabalpur News: वर्कशॉप में महान वैज्ञानिक शामिल हुए हैं और वेटरनरी एनाटॉमी के विभिन्न पहलुओं पर इस सम्मेलन में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया व चर्चा की गई जो कि भविष्य में पशुओं की बीमारी और उनकी डायग्नोस्टिक तकनीक में सहायक होगी। यह आज की मांग है कि तेजी से काम किया जाए और पशुओं को कम से कम परेशानी हो। एनाटॉमी में अनुसंधान एवं विकास के साथ ही प्रोस्थेटिक डेवलपमेंट का बहुत महत्व है। इस सम्मेलन में पुरस्कार प्राप्त विजेताओं और आयोजन समिति को बधाई। उपरोक्त विचार नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा महाविद्यालय के एनाटॉमी विभाग में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन पर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुल सचिव डॉ. एसएस तोमर ने व्यक्त किए।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय रीवा के अधिष्ठाता डॉ. एपी सिंह रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पशु चिकित्सा और पशुपालन महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आरके शर्मा, मंच पर सम्मेलन के संयोजक सचिव डॉ. राखी वैश्य, आईएवीए के अध्यक्ष डॉ. पीवीएस किशोर तथा जनरल सेक्रेटरी डॉ. पवन कुमार रहे।
इन्हें मिले पुरस्कार
प्रस्तुत किए गए शोध-पत्रों में से सर्वश्रेष्ठ शोध कार्यों को सम्मानित किया गया जिसमें डॉ. निधि गुप्ता, डॉ. पायल जैन, डॉ. राकेश कुमार बरहैया, डॉ. जसविंदर सिंह सासन, डॉ. मसूद अहमद जॉन, डॉ. अंकुर पांडे, डॉ. महेंद्र प्रताप सिंह तोमर, पाविजा जी कृष्णा, डॉ. तुलोमनी सील, डॉ. पटकी एचएस, डॉ. प्रिय पचौरी, डॉ. जिज्ञासा राणा, डॉ. सुनील कुमार पाटिल, डॉ. ओम प्रकाश चौधरी शामिल थे। डॉ. शिखा सैनी को यंग साइंटिस्ट तथा डॉ. मनीष गौतम को बेस्ट एम व्हीएससी थीसिस प्रदान किया गया।
Created On :   1 Nov 2025 2:11 PM IST












