Jabalpur News: जब हॉकर्स जोन बने तो फिर सड़क पर क्यों लग रहीं सब्जी दुकानें

जब हॉकर्स जोन बने तो फिर सड़क पर क्यों लग रहीं सब्जी दुकानें
मनमानी: पांच करोड़ से कछपुरा में बने हॉकर्स जोन में आज तक शिफ्ट नहीं हो पाए फुटपाथी व्यापारी, अन्य स्थानों पर भी यही हाल, लग रहा जाम, जनता भोग रही सजा

Jabalpur News: शहर में सब्जी व फलों के फुटकर कारोबार के लिए नगर निगम ने 13 हॉकर्स जोन बनाए हैं, लेकिन सब्जी व फलों की दुकानें फुटपाथों पर लग रही हैं। हैरानी की बात ये भी है कि कछपुरा में 5 करोड़ रुपए की लागत से बने हॉकर्स जाेन में 5 साल बाद भी व्यापारियों को स्थाई तौर पर शिफ्ट नहीं किया जा सका। सब्जी व्यापारी सड़कों पर दुकान लगा रहे हैं।

यहां हर पल जाम की स्थिति बन रही है। हादसे हो रहे हैं। इस विसंगित और लापरवाही की सजा जनता को भोगनी पड़ रही है। लोग सवाल भी उठा रहे हैं कि जब शहर में 13 हॉकर्स जोन हैं तो फिर सड़कों पर दुकानें लगाकर अराजकता क्यों फैलाई जा रही है? नगर निगम के अधिकारी सड़क पर दुकान लगाने वालों को हॉकर्स जोन में शिफ्ट नहीं करा पा रहे हैं? इस मुद्दे पर सख्ती बरती जानी चाहिए, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके।


जानकारों के अनुसार कछपुरा क्षेत्र में हालात दयनीय हैं। करोड़ों के हाॅकर्स जोन के बावजूद यहां अभी भी सड़क पर ही दुकानें लग रही हैं। इसके कारण कछपुरा ब्रिज पर रोज जाम लग रहा है। वहीं शहर के सबसे व्यस्ततम चौक छोटी लाइन फाटक में भी रेलवे लाइन के किनारे खाली जगह पर हॉकर्स जोन बनाया गया है, यहां पर भी सड़क पर ही दुकानें लग रही हैं। यही हालात रांझी, अधारताल, गोहलपुर, रामपुर, गौरीघाट, निवाड़गंज, गढ़ा, धनवंतरि नगर, क्षेत्रीय बस स्टैंड दमोहनाका और रतन नगर में भी है। सड़क पर दुकानें लगने से यातायात बाधित हो रहा है, लेकिन किसी को भी इसकी परवाह नहीं है।

महज दिखावे के लिए होती है कार्रवाई

नागरिकों का कहना है कि नगर निगम का अतिक्रमण दल सड़क पर दुकान लगाने वालों को कभी-कभार हॉकर्स जोन में शिफ्ट कराने की कार्रवाई करता है। कार्रवाई के बाद उसकी मॉनीटरिंग नहीं की जाती है। इसके कारण दुकानदार वापस सड़क पर दुकान लगाने लगते हैं। दिखावे की कार्रवाई होने से सब्जी और फल की दुकानें हॉकर्स जोन में शिफ्ट नहीं हो पा रही हैं।

छुटभैये नेता बने कार्रवाई में बाधक

क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि नगर निगम की अतिक्रमण टीम जब सड़क पर दुकान लगाने वालों को हटाने की कार्रवाई करती है तो छुटभैये नेता कार्रवाई का विरोध करना शुरू कर देते हैं। इसके कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रोकनी पड़ती है, जबकि जनहित को देखते हुए इस मामले में सख्ती बरती जानी चाहिए।

हॉकर्स जोन के संकेतक तक नहीं लगाए

नगर निगम ने जगह-जगह हॉकर्स जोन तो बना दिए हैं, लेकिन सड़क पर हॉकर्स जोन यहां पर है, इसके संकेतक तक नहीं लगाए हैं। लोगों को पता नहीं चल पाता है कि हॉकर्स जोन कहां पर है। इससे लोग सड़क पर ही सब्जी और फल खरीदना पसंद करते हैं। नागरिकों का कहना है कि हर जगह हॉकर्स जोन को इंगित करते हुए दिशा सूचक या संकेतक लगाए जाने चाहिए, ताकि आम नागरिक सीधे हॉकर्स जोन में पहुंच सकें।

रांझी में बनाया गया हाॅकर्स जोन वीरान पड़ा है। वहीं यहां पर आस-पास की सड़कों पर दुकानों के लगने से रोज जाम की स्थिति बन रही है। व्यापारियों को कई बार शिफ्ट करने की कोशिशें भी की गईं लेकिन आज तक व्यवस्था नहीं बन पाई है।

शहर में फुटपाथों पर सब्जी-फलों की दुकानें फिर लगने लगी हैं। नगर निगम ने रामपुर क्षेत्र में हॉकर्स जोन बनाए, लेकिन उनमें आज भी सब्जी और फल व्यापारी स्थाई रूप से नहीं पहुंचे। सड़कें जाम से भरी हैं और जनता परेशान हो रही है।

Created On :   1 Nov 2025 1:13 PM IST

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