- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- कमाई के चक्कर में डबल-डेकर होर्डिंग...
Jabalpur News: कमाई के चक्कर में डबल-डेकर होर्डिंग लगाएगा रेलवे

- होर्डिंग माफिया के प्रस्ताव पर शास्त्री ब्रिज, मदन महल और कछपुरा ब्रिज में एक के ऊपर एक और होर्डिंग लगाने की तैयारी
- सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखकर ही कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है।
- हल्की आंधी और तूफान में शास्त्री ब्रिज पर अभी जो यूनिपोल लगा है वह कांपने लगता है।
Jabalpur News: रेलवे भी कमाई के चक्कर में नियम तोड़कर काम करने को तैयार रहता है। होर्डिंग माफिया के प्रस्ताव पर रेलवे अफसरों ने भी सुरक्षा की अनदेखी कर टेंडर जारी कर दिया है। शहर के बीच में स्थित शास्त्री ब्रिज, नए बने मदन महल फ्लाईओवर और कछपुरा ब्रिज में एक के ऊपर एक होर्डिंग लगाए जाएंगे। अब यह समझा जा सकता है कि जब एक होर्डिंग ही हवा व तूफान में धराशायी हो जाता है तो डबल-डेकर होर्डिंग कितने खतरनाक होंगे।
रेलवे के अधिकारी लेकिन नियमों को दरकिनार कर और सुरक्षा मानकों को भूलकर ब्रिज से लगी रेलवे की जमीन पर इस तरह के डबल-डेकर होर्डिंग लगाने की तैयारी कर रहे हैं। अगर कभी घटना होगी तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा।
50 से 60 फीट की ऊंचाई पर लटकेंगे होर्डिंग
रेलवे शास्त्री ब्रिज, मदन महल और कछपुरा ब्रिज पर सुरक्षा मानकों को भूलकर रेलवे ट्रैक के पास और ब्रिज पर इस 50 से 60 फीट की ऊंचाई पर हवा में लटके डबल-डेकर होर्डिंग और यूनिपोल लगाएगा। ये होर्डिंग इस तरह लगाये जाएंगे कि ब्रिज के ऊपर से निकलने वालों को भी नजर आएं।
हवा-तूफान में अगर रेलवे ट्रैक के साथ ही ओएचई लाइन पर कभी ये होर्डिंग गिरेंगे तो रेलवे को भी बड़ा नुकसान होगा और बड़ी घटना होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसी स्थिति में पूरी सावधानी बरतते हुए रेलवे अधिकारियों को निर्णय लेना चाहिए।
कहीं एक तो कहीं दो होर्डिंग लगाने की तैयारी
जानकारी के अनुसार रेलवे ट्रैक के पास शास्त्री ब्रिज, मदन महल और कछपुरा ब्रिज पर लगभग 510 स्क्वेयर फीट जगह पर होर्डिंग्स लगाने की बात कही जा रही है। इसके अनुसार कहीं एक तो कहीं दो होर्डिंग लगाए जाएंगे और यह एक के ऊपर एक होंगे। इनसे रेलवे को ज्यादा कमाई भी नहीं होगी।
होर्डिंग माफिया ने चार-चार होर्डिंग लगाने का प्रस्ताव दिया था उसमें भी आगे और पीछे दोनों तरफ वह भी बहुत ही कम रेट पर। हालांकि रेलवे का अनुमान है कि इससे लगभग उन्हें 50 लाख के आसपास सालाना कमाई हो सकती है लेकिन कभी घटना हुई तो रेलवे को भरपाई करने में बड़ा नुकसान भी हो सकता है।
हल्की आंधी में ही कांपने लगता है शास्त्री ब्रिज का यूनिपोल
हल्की आंधी और तूफान में शास्त्री ब्रिज पर अभी जो यूनिपोल लगा है वह कांपने लगता है। ऐसे में यहां डबल-डेकर होर्डिंग लगाने की बात हो रही है, तो यह कितना खतरनाक हो जाएगा। इसी तरह मदन महल स्टेशन पर नए फ्लाईओवर के ऊपर और कछपुरा ओवर ब्रिज में भी होर्डिंग्स लगाए जाएंगे, जो लोगों के साथ ही रेलवे के लिए भी भविष्य में मुसीबत बनेंगे। कुल मिलाकर घटना होगी तो रेलवे को जितनी कमाई नहीं होगी उससे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इधर सुरक्षा का हवाला देकर हटा दिया गया जमतरा ब्रिज
नैरोगेज लाइन पर नर्मदा नदी पर बने जमतरा ब्रिज को सुरक्षा कारणों का हवाला देकर हटा दिया गया। रेलवे का कहना था कि अगर कभी कोई घटना होगी तो इस पर रेलवे को मुआवजा देना पड़ेगा। जबकि यह ब्रिज इतना मजबूत था कि उसके लोहे में जंग तक नहीं लगी थी। इधर जो होर्डिंग्स लगाए जाएंगे उसकी मजबूती और सुरक्षा की क्या गारंटी रहेगी और कभी घटना होगी तो रेलवे को जितनी कमाई नहीं होगी उससे ज्यादा भरपाई करनी पड़ेगी।
शास्त्री ब्रिज, मदन महल और कछपुरा ब्रिज के पास डबल-डेकर होर्डिंग लगाने का प्रस्ताव रेलवे के पास आया था। जिसके बाद प्रक्रिया शुरू हो गई है, टेंडर हुए हैं पर अभी इस पर निर्णय नहीं हुआ है। हो सकता है इसी माह के अंत तक कोई फैसला हो जाए। हालांकि सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखकर ही कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है।
- मधुर वर्मा, सीनियर डीसीएम रेलवे
Created On :   25 July 2025 6:57 PM IST