Jabalpur News: भूल-भुलैया बन रहा नया बना फ्लाईओवर संकेतक नहीं होने से भटक रहे वाहन चालक

भूल-भुलैया बन रहा नया बना फ्लाईओवर संकेतक नहीं होने से भटक रहे वाहन चालक
  • विडंबना: मदन महल से दमोहनाका तक ऊपरी हिस्से में कहीं भी नहीं लगे बोर्ड
  • बाहर से आने वालों को हो रही परेशानी
  • फ्लाईओवर के नीचे से आने वाले वाहन चालक रैम्प के बिल्कुल ठीक किनारे से ही वाहन रैम्प में चढ़ा रहे हैं।

Jabalpur News: भाई साहब, हमें गुलौआ चौक जाना है... किस तरफ मुड़ें कि गुलौआ चौक की ओर जाने वाली रोड मिल जाए। बुधवार को दोपहर करीब 12 बजे एक वाहन चालक कुछ इसी तरह की पूछताछ कर रहा था। कटनी से किसी परिवार को लेकर आए और संजीवनी नगर जा रहे उक्त वाहन चालक को एक युवक ने तो सही रास्ता बता दिया, लेकिन कुछ सवाल भी खड़े हुए कि आखिर यह भ्रम क्यों हो रहा है?

पड़ताल की गई तो ये सच सामने आया कि फ्लाईओवर के ऊपरी हिस्से में रोटरियों के पहले कहीं स्पष्ट संकेतक नहीं लगाए गए हैं, जिसे पढ़कर लोग संबंधित रैम्प से उतरकर गंतव्य की ओर जा सकें। यू-टर्न पर खतरा समेत कुछ अन्य खामियां भी फ्लाईओवर में दिखाई दीं। लोगों का कहना है कि इन्हें तत्परतापूर्वक दूर किया जाना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि 10 अरब से भी ज्यादा राशि से मदन महल से दमोहनाका चौक तक बनाए गए प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर को लेकर शहर में खासा उत्साह है। हालात ये हैं कि लोकार्पण होने के बाद से ही इस पर हैवी ट्रैफिक हो गया है। बाहरी शहरों से आने वाले वाहन चालक भी मदन-महल से दमोहनाका या आईएसबीटी की ओर आने-जाने के लिए इसका उपयोग कर रहे हैं लेकिन जिन स्थानों पर फ्लाईओवर को नीचे उतारा गया है, उन स्थानों पर संकेतक नहीं लगाए गए हैं।

खुद भी जागरूक हों लोग

प्रबुद्धजनों का कहना है कि फ्लाईओवर सभी का है। सभी को मिलकर इसे साफ-सुथरा रखना चाहिए। विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े युवाओं को भी लोगों को इसकी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए।

ऊपर भ्रमित हो जाते हैं वाहन चालक

फ्लाईओवर पर मौजूद डॉ. सतीश पांडेय व रत्ना पांडेय ने कहा- हमने भी अभी दो वाहन चालकों को सही रास्ता बताया है। वे दमोहनाका की ओर से आकर मदनमहल स्टेशन जाना चाह रहे थे, लेकिन चंचलबाई रोड की तरफ मुड़ गए। आसपास खड़े लोगों ने बताया कि फ्लाईओवर की शुरुआत में डिजिटल संकेतक लगाए हैं, लेकिन ऊपरी हिस्से तक पहुंचते-पहुंचते बाहरी लोगों को रास्ते का सही अंदाजा नहीं लग पाता। अगर फ्लाईओवर पर बनी रोटरीज के दस-बीस कदम पहले ही लिख दिया जाए कि नीचे उतर रहा मार्ग किस रोड को जोड़ रहा है, तो विशेषकर बाहर से आने वाले लोगों को आसानी हो जाएगी।

डिवाइडर नहीं होने से भी हादसों का खतरा

नागरिकों का कहना है, कि जहां फ्लाईओवर उतर रहा है वहां छोटी-छोटी रोटरी बनाई गई हैं, यहां डिवाइडर नहीं है। इससे फ्लाईओवर के नीचे से आने वाले वाहन चालक रैम्प के बिल्कुल ठीक किनारे से ही वाहन रैम्प में चढ़ा रहे हैं। फ्लाईओवर के ऊपर भी चंचल बाई कॉलेज व इधर रानीताल के पास यू-टर्न जैसी समस्या है। इससे लोग विपरीत दिशा में मुड़ रहे हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ा है।

कहां-कहां संकेतक जरूरी

फ्लाईओवर के ऊपर मदन महल से मेडिकल रोड और महानद्दा रोड की ओर उतारे गए रैम्प को दर्शाते हुए

रानीताल में फ्लाइओवर के ऊपर दोनों ओर, गुलौआ चौक, गढ़ा की ओर वाले रैम्प की जानकारी हो

मदनमहल स्टेशन पर उतारे गए रैम्प पर, चंचल बाई कॉलेज की ओर यातायात थाना रोड की तरफ उतारे गए रैम्प पर

दमोहनाका में रोटरी के दोनों तरफ ये संकेतक लगें कि कौन सा रैम्प कहां कनेक्ट कर रहा है

Created On :   28 Aug 2025 4:46 PM IST

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