Jabalpur News: पायली सड़क की चौड़ाई नहीं बढ़ पाई, पुराने मार्ग पर डामर लपेटा

पायली सड़क की चौड़ाई नहीं बढ़ पाई, पुराने मार्ग पर डामर लपेटा
एयरपोर्ट रोड को तीन साल में भी पूरा फोरलेन नहीं बना पाए

Jabalpur News: लोक निर्माण विभाग जहां भी सड़कों को कुछ कोशिश कर चौड़ा बनाने की जरूरत होती है तो उसमें अपनी ओर से कोई सार्थक प्रयास ही नहीं करता। बस जैसे-तैसे पुराने ढर्रे पर सड़कों को बनाया जा रहा है। लोगों का कहना है कि भारी- भरकम बजट खर्च तो किया जा रहा है, लेकिन मार्ग आज के हिसाब से अपग्रेड नहीं हो पा रहे हैं। कहीं निर्माण किसी बाधा के रूप में अधूरे हैं, तो कहीं मार्ग को चौड़ा करने को कोशिश ही नहीं हुई। पुराने मार्ग को ही आधार मानकर उस पर डामर लपेटा जा रहा है।

लोक निर्माण द्वारा इस तरह की वर्किंग से खुद विभाग में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। इसमें बानगी के तौर पर एयरपोर्ट रोड है, जिसको 10.5 किलोमीटर में फोरलेन बनाया जाना है, जिसमें 2 साल बाद भी सड़क 4 किलोमीटर फोरलेन नहीं हो सकी। इसकी वजह यह है कि विभाग दो साल से राजस्व की एनओसी लेने में खुद रुचि नहीं ले रहा है। इसी तरह हनुमंतिया टापू जैसे (बरगी पायली) तक जाने वाली 8 किलोमीटर जंगली सड़क को 20 फीट चौड़ा किया जाना था, पर पेड़ काटने की एनओसी न मिलने के बहाने 3.75 मीटर चौड़ी सड़क में ही डामर लगाकर काम खत्म कर दिया गया।

ऐसी अधूरी और पुरानी डीपीआर में बन गईं सड़कें

बस एक पत्र की जरूरत वह भी नहीं मिला- एयरपोर्ट रोड की निर्माण लागत 60 करोड़, यह 10.5 किलोमीटर में 4 किलोमीटर फोरलेन अभी नहीं बन सकी, इसकी वजह यही है कि लोक निर्माण विभाग जिला प्रशासन से समन्वय नहीं बना पाया। इसमें पीएस राजस्व का एक लेटर ही मिल जाए तो रक्षा मंत्रालय अधूरे हिस्से में सड़क बनाने की अनुमति दे देगा।

बजट हुआ खर्च लेकिन सड़क नहीं हो पाई चौड़ी

पायली बरगी तक जाने वाली सड़क को बरगी नगर से पायली तक आठ किलोमीटर में 20 फीट चौड़ा बनाया जाना था। लोक निर्माण विभाग ने इसमें पेड़ों को किनारे के हिस्से में काटने की अनुमति नहीं ली और सड़क को पुराने प्लान के हिसाब से डामर कर दिया। इसमें खर्च के बजट के बाद सड़क चौड़ी नहीं बनी।

यहां राजस्व गांव में उलझा दिया

कुण्डम से निवास रोड कान्हा नेशनल पार्क जाने वाले इसका उपयोग करते हैं। 35 करोड़ से सड़क 23 किलोमीटर में चौड़ी होनी है, लेकिन 4 किलोमीटर सड़क चौड़ी नहीं बन पा रही है, क्योंकि राजस्य गांव में फाॅरेस्ट की एनओसी नहीं मिली। स्थानीय स्तर पर प्रयास से यह काम हो सकता है लेकिन दो साल से नहीं हो पा रहा।

पुराने रूप में ही ढाल दिया

सदर गोराबाजार से भोंगाद्वार सड़क को भी चौड़ा बनाने का प्लान था, पर लोक निर्माण विभाग ने किसी तरह का प्रयास कर इसको उसी रूप में बनाना शुरू कर दिया। अब नतीजा यह है कि सड़क का चौड़ा होने का रास्ता ब्लॉक हो गया। एक बार सड़क पर बजट खर्च होने पर इसको दोबारा 5 साल बाद ही फिर से बनाया जा सकेगा।

Created On :   3 Nov 2025 6:35 PM IST

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