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New Delhi News: उच्चतर और तकनीकी शिक्षा में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए कई पहल

- मराठी माध्यम इंजीनियरिंग बैच ने पूरा किया स्नातक पाठ्यक्रम
- पिंपरी चिंचवड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (पुणे) का पहला मराठी माध्यम का बैच
New Delhi News. सरकार की ओर से उच्चतर शिक्षा और तकनीकी क्षेत्रों में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की गई है। एआईसीटीई ने 12 भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई हैं। पिंपरी चिंचवड़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (पुणे) से पहले मराठी माध्यम इंजीनियरिंग बैच ने सफलतापूर्वक स्नातक पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है।
राज्यसभा में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू मंत्री ने यह जानकारी दी है। शिवसेना (उद्धव) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नेट, सीटीईटी, नीट, जेईई और एसएससी जैसी प्रमुख परीक्षाएं अब 12 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाती हैं। इसके अतिरिक्त. यूजीसी छात्रों को अनुदेशन माध्यम से निरपेक्ष स्थानीय भाषाओं में परीक्षा लेने की अनुमति देता है।
केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग ने 22 भारतीय भाषाओं में 20 लाख से अधिक शब्दावलियां सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई हैं। तकनीकी प्रगति में अनुवादिनी फाउंडेशन (एआईसीटीई) और उडान परियोजना समूह (आईआईटी बॉम्बे) और भाषिनी द्वारा विकसित एआई-आधारित अनुवाद उपकरण शामिल है।
रिजिजू ने कहा कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने पूरे भारत में प्रारंभिक साक्षरता और बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई प्रमुख पहलों को लागू किया है, जैसे कि एनसीईआरटी और सीआईआईएल द्वारा स्थानीय और मातृभाषाओं में 52 अतिरिक्त प्रारंभिक पाठ्य पुस्तकों सहित 22 अनुसूचित और 99 गैर-अनुसूचित भाषाओं में 117 प्रारंभिक भाषाओं का विकास, भाषा संगम (22 भाषाओं में 100 सामान्यतः प्रयुक्त वाक्यों का संकलन), भारतीय भाषा उत्सव और भारतीय भाषा समर कैंप जैसी पहलों ने छात्रों में भाषाई और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा दिया है।
Created On :   16 Aug 2025 5:32 PM IST