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साहित्यिकी: लघुकथा सम्मेलन - सिंह ने कहा समाज को जागृत करती हैं लघुकथाएं
- लघुकथाएं समाज को जागृत करती हैं
- लघुकथा सम्मेलन का आयोजन
- मुख्य अतिथि नवल किशोर सिंह
डिजिटल डेस्क, नागपुर. साहित्य समाज का मार्गदर्शन ही नहीं, बल्कि सेवा भी करता है। जिस प्रकार मैंने बैंक प्रबंधक रहकर महिलाओं को जागृत करने, किसानों को जागृत करने व बेरोजगार युवाओं को जागृत करने का कार्य किया है, वैसे ही सेवा, साहित्य अर्थात लघुकथाएं करती हैं। लघुकथाएं कम समय में अधिक प्रभावशील होती हैं। यही कारण है कि आप सभी की लघुकथाओं ने मेरे मन को ही स्पर्श नहीं किया, बल्कि जागृत भी किया है। यह समाज को जागृत करने में भी सक्षम हैं। उक्त विचार विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपक्रम साहित्यिकी के अंतर्गत लघुकथा सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे मुख्य अतिथि नवल किशोर सिंह ने व्यक्त किए।
कचरे वाले पर संवेदना : कार्यक्रम का संचालन संयोजक डॉ. विनोद नायक ने किया। प्रस्तावना में सह संयोजिका हेमलता मिश्र ‘मानवी’ ने लघुकथा की बारीकी पर प्रकाश डाला। लघुकथाकार तन्हा नागपुरी ने स्वर्ग लोक में महात्मा गांधी पर आधारित शिक्षाप्रद लघुकथा पेश की। अमित शाह ‘अमी’ ने अहिंसा पर आधारित प्रेरक लघुकथा प्रस्तुत की। माया शर्मा नटखटी ने कचरे वाले पर हमारी संवेदना पर आधारित लघुकथा प्रस्तुत की। जयप्रकाश सूर्यवंशी ने लघुकथा लुटेरे कौन नहीं, देश को लूटने वालों पर आधारित लघुकथा प्रस्तुत की। रश्मि मिश्रा ने दो सहेलियां के परस्पर सहयोग की भावना पर आधारित लघुकथा पेश की। वंदना सहाय ने मेजर के तमगे, उनके मरने के पश्चात क्या होगा, मार्मिक भाव पर गढ़ी लघुकथा प्रस्तुत की। शांतनु दास ने अघोरी पर आधारित यात्रा वृतांत प्रस्तुत किया। हेमलता मिश्र मानवी ने पूजन के पश्चात, मां और पत्नी के भाव पर आधारित मर्मस्पर्शी लघुकथा प्रस्तुत की। डॉ. विनोद नायक ने तेजाब से जली लड़की की देशभक्ति के भाव से परिपूर्ण लघुकथा प्रस्तुत की।
Created On :   21 Nov 2023 6:02 PM IST