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Nagpur News: सुप्रिया ने कहा - संविधान बदल नहीं सकता है बदलने भी नहीं दिया जाएगा

- धर्मनिरपेक्ष व समाजवाद शब्द हटाने पर राकांपा शरद गुट की कार्याध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा
- भाषा, शिक्षा राजनीतिक विषय नहीं
- एआई मानव का सहयोगी, विकल्प नहीं
Nagpur News. संविधान की प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष व समाजवाद शब्द हटाने की आरएसएस की मांग पर राकांपा शरद गुट की कार्याध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा है कि संविधान सर्वोपरि है। संविधान बदल नहीं सकता है, उसे बदलने नहीं दिया जाएगा। संविधान में संशोधन ही करना है, तो उसकी चर्चा संसद में की जाती है। सुले ने यह भी कहा कि भाजपा तो संविधान बदलने का प्रयास करती रहती है। शनिवार को पत्रकार वार्ता में सुले बोल रही थीं। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले व केंद्रीय कृषिमंत्री शिवराजसिंह ने मांग की है कि संविधान की प्रस्तावना से धर्मनिरपेक्ष व समाजवाद शब्द हटाया जाना चाहिए। इसी संबंध में सुले ने कहा- सत्तापक्ष के नेताओं ने पहले भी संविधान बदलने का वक्तव्य दिया है। अबकी बार, चार सौ पार का नारा भी उसी लक्ष्य के साथ दिया गया था। सशक्त लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है। संविधान के संबंध में दल की भूमिका नहीं रहती है।
गडकरी के प्रकल्पों को समर्थन
महायुति सरकार में विविध विषयों पर मतभिन्नता है। शक्तिपीठ महामार्ग को लेकर अलग-अलग मत व्यक्त किए जा रहे हैं। वित्त विभाग ने महामार्ग के संबंध में आक्षेप लिया है। सभी घटक का सहयोग लेने काे कहा जा रहा है। इस विषय पर सुले ने कहा-हम किसी प्रकल्प का विरोध नहीं करते हैं। हमारा प्रयास है कि जनता को न्याय मिले। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी के सभी प्रकल्पों को समर्थन देते हैं।
भाषा, शिक्षा राजनीतिक विषय नहीं
राज्य में हिंदी मराठी को लेकर मोर्चा की तैयारी पर सुले ने कहा- भाषा, शिक्षा राजनीति का विषय नहीं है। शिक्षा, स्वास्थ्य व इतिहास के विषय में राजनीति न लाएं। हिंदी सख्ती के विरोध में मुंबई में मोर्चा में राकांपा सहभागी होगी। राकांपा की ओर से उस मोर्चा में कौन शामिल होगा, अभी तय नहीं हुआ है। मुझे आदेश मिलेगा तो मैं भी सहभागी होऊंगी।
सीएम मिलने का समय नहीं देते हैं
सुले ने कहा-मेरी शिकायत है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस चर्चा के लिए मिलने का समय नहीं देते हैं। संसद के अधिवेशन के पहले सीएम सांसदों को चर्चा के लिए बुलाते हैं। लेकिन दो वर्ष से राज्य में ऐसा नहीं हो रहा है। किसान कर्जमाफी, फसल बीमा, तेली समाज के प्रश्न को लेकर सीएम से चर्चा का समय मांगा है।
विदर्भ में कम से कम दो दिन रहेंगी
राकांपा कार्याध्यक्ष सुप्रिया सुले ने पार्टी पदाधिकारियों से कहा है कि संगठन कार्य के लिए किसी चुनाव का इंतजार न करें। उन्होंने कहा कि वह प्रत्येक माह कम से कम दो दिन तक विदर्भ में रहेंगी। जिला परिषद या पंचायत समिति स्तर के कार्यक्रमों में भी सहभागी रहेगी। रविभवन में पदाधिकारियों की बैठक में सुले बोल रही थीं। पूर्व मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि विविध विषयों व जनसमस्याओं को लेकर सरकार के विरोध में आवाज उठाने की आवश्यकता है। आंदोलनकारी भूमिका अपनाएं। पदाधिकारियों की बैठक में पूर्व विधायक विजय घोडमारे, सलिल देशमुख, राकांपा के शहर अध्यक्ष प्रवीण कुंटे, ग्रामीण के जिला अध्यक्ष प्रवीण कुंटे, महिला अध्यक्ष वैशाली टालाटुले सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
एआई मानव का सहयोगी, विकल्प नहीं
सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि , "भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल निश्चित रूप से बढ़ेगा, लेकिन यह भी याद रखना ज़रूरी है कि एआई खुद से कुछ नहीं कर सकता। मानव का दिमाग और रचनात्मकता ही उसका मार्गदर्शन करता है। ऐसे में युवाओं को चाहिए कि वे तकनीक को अपनाएं और उसके साथ मिलकर नई ऊंचाइयों तक पहुँचें। शनिवार को नागपुर में एक निजी संस्थान के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और एनिमेशन के क्षेत्र में विश्वस्तरीय विकास हुआ है। वे सारे सपने जो बच्चे देखते हैं कि रचनात्मकता में करियर बनाया जाए, उन्हें साकार करने के लिए नागपुर में अच्छा कार्य हो रहा हैं।
Created On :   29 Jun 2025 8:14 PM IST