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Nagpur News: सम्मान समारोह में सीजेआई गवई ने कहा - मैं आज भी कानून का विद्यार्थी हूं

- एचसीबीए की ओर से सम्मान समारोह
- सम्मान समारोह में अनेक गणमान्य
Nagpur News. सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई ने कहा कि आज भी मैं कानून का विद्यार्थी हूं। व्यक्ति कितने भी बड़े पद पर क्यों न जाए, उसे हमेशा विद्यार्थी रहते हुए सिखना चाहिए। मैं ऐसा समझता हूं कि अगर वह मास्टर बन गया तो उसके करियर का एंड है। इसलिए युवा वकीलों को हमेशा वरिष्ठ वकीलों से सीखते रहना चाहिए।
सम्मान समारोह में अनेक गणमान्य
हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, नागपुर (एचसीबीए) की ओर से शनिवार को रेशिमबाग स्थित कविवर्य सुरेश भट सभागृह में न्या. भूषण गवई का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व मुख्य न्यायाधीश उदय ललित, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता, न्यायमूर्ति प्रसन्ना वराले, न्यायमूर्ति अतुल चांदुरकर, बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति आलोक आराधे, नागपुर खंडपीठ के प्रशासकीय न्यायमूर्ति नितिन सांबरे, न्यायमूर्ति अनिल किलोर, सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया तुषार मेहता, राज्य के महाधिवक्ता डॉ. बीरेंद्र सराफ, एचसीबीए के अध्यक्ष एड. अतुल पांडे, सचिव एड. अमोल जलतारे, न्या. गवई की माता कमलताई गवई और पत्नी तेजस्विनी गवई उपस्थित थे।
वरिष्ठ विधिज्ञों से बहुत कुछ सीखा
न्या. गवई ने एक विद्यार्थी, वकील से लेकर न्यायमूर्ति तक के सफर के बारे में बताया कि मुझे कई वरिष्ठ विधिज्ञों से बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला और मैं उस अवसर को सफलता में बदल सका। इसलिए नागपुर आकर वकालत करना मेरे लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। हाई कोर्ट न्यायमूर्ति की शपथ लेने के बाद मुझे सबसे पहले न्या. डागा के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया और आदेश कैसे जारी करना है, यह सिखाया। इसके बाद न्यायमूर्ति फलशीकर से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। उनसे कम शब्दों में प्रभावी आदेश कैसे देना है, यह सीखा। इसके अलावा, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, नागपुर के कई वरिष्ठ वकीलों से मुझे बहुत कुछ सीखने का अवसर मिला।
महत्वपूर्ण फैसले देने का मौका मिला
न्या. गवई ने कहा कि जब नागपुर खंडपीठ में न्यायमूर्ति के तौर पर जनहित याचिकाओं के माध्यम से नागपुर-जबलपुर हाईवे, मेडिकल कॉलेज और हॉस्पीटल नागपुर में आवश्यक सुविधा उपलब्ध करना, चंद्रपुर और गाेंदिया जिले में मेडिकल काॅलेज स्थापित करना आदि महत्वपूर्ण फैसले देने का मौका मिला, जिसका मुझे हमेशा गर्व रहेगा। इस दौरान वरिष्ठ विधिज्ञ फिरदोस मिर्झा, वरिष्ठ विधिज्ञ एस. के. मिश्रा, एड. आनंद जयस्वाल, वरिष्ठ विधिज्ञ सुनील मनोहर ने पुरानी यादों को ताजा करते हुवे न्या. गवई के कार्य की जानकारी दी। कार्यक्रम की प्रस्तावना एड. अतुल पांडे ने की। कार्यक्रम का संचालन एड. राधिका बजाज व एड. पार्थ रानडे ने किया। आभार एड. अमोल जलतारे ने माना।
200 वकीलों के बैठने की व्यवस्था : सम्मान कार्यक्रम के पहले बॉम्बे हाई कोर्ट नागपुर खंडपीठ में दूसरे माले पर हॉल नंबर 6 का मुख्य न्यायाधीश गवई के हाथों से उद्घाटन किया गया। इस हॉल में वकीलों के लिए बैठने की व्यवस्था की गई है, जहां लगभग 200 वकील एक साथ बैठ सकते हैं।
Created On :   29 Jun 2025 8:06 PM IST