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हर दिन 1 लाख विद्यार्थियों को मिल रहा एक समय भरपेट भोजन
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। देश की सबसे बड़ी योजना में से एक मिड-डे-मील योजना गरीब व जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए आधार बनकर उभरी है। मिड-डे-मील योजना से गोंदिया जिले के 1 लाख 16 हजार विद्यार्थियों को प्रतिदिन एक समय का भरपेट भोजन स्कूलों में ही दिया जा रहा है। यह योजना कोरोनाकाल में भी आधार बन गयी थी। बता दें कि मिड-डे-मील योजना केंद्र सरकार की एक योजना है। इसके अंतर्गत सरकारी स्कूल, अनुदानित, गैर अनुदानित स्कूलों में कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक पढ़नेवाले विद्यार्थियों को स्कूलों में मध्याह्न भोजन परोसा जाता है। जिसकी शुरुआत 1995 में की गयी थी। जो निरंतर शुरू है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब विद्यार्थी व लाभावंचित वर्गों के विद्यार्थियों को नियमित रूप से स्कूल आने, उपस्थिति बढ़ाने तथा प्रारंभिक स्तर के विद्यार्थियों को पोषण संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए स्कूलों में भोजन देना है। इस योजना के तहत दोपहर में भोजन परोसा जाता है।
मध्याह्न भोजन मिलने से विद्यार्थियों की उपस्थिति तथा विद्यार्थियों में शिक्षा की लगन देखी जा रही है। गोंदिया जिले में इस योजना के माध्यम से प्रतिदिन 1 लाख 16 हजार विद्यार्थियों को भोजन परोसा जा रहा है। कोरोनाकाल में तो यह योजना किसी आधार से कम साबित नहीं रहा। कोरोनाकाल में भोजन परोसना तो बंद कर दिया गया था। लेकिन भोजन के बदले विद्यार्थियों को अनाज दिया गया। पौने दो वर्ष के बाद फिर से इस योजना के तहत मार्च से भोजन परोसने की शुरुआत की गयी। गोंदिया में अप्रैल से विद्यार्थियों को भोजन परोसा जा रहा है। जिसका लाभ 1 मई तक विद्यार्थियों को दिया जाएगा।
मिड-डे-मील का मेन्यू
मीड-डे-मील के तहत प्रतिदिन विद्यार्थियों को मेन्यू के हिसाब से भोजन परोसा जाता है। सोमवार के दिन पुलाव या दाल-चावल की खिचड़ी, मंगलवार को मटकी की सब्जी व चावल, बुधवार के दिन बटाने की सब्जी व चावल, गुरुवार को दाल और चावल, शुक्रवार को मटकी की सब्जी व शनिवार को बटाने की सब्जी के साथ चावल इस प्रकार विद्यार्थियों को मेनू के हिसाब से मध्याह्न भोजन परोसा जा रहा है।
अनेक शालाओं में नहीं पक रहा भोजन
इस संदर्भ में खबरें यह भी मिल रही है कि अनेक निजी संस्थाओं के स्कूलों में अभी भी भोजन परोसा नहीं जा रहा है। कक्षा आठवी से आगे की कक्षा जिस विद्यालयों में संचालित है। ऐसे कुछ विद्यालयों से संलग्नित कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों को भोजन का लाभ नहीं दिया जा रहा है। इस ओर शिक्षा विभाग ने विशेष जांच अभियान चलाकर कार्रवाई की मुहिम चलाने की मांग भी नागरिकों द्वारा की जा रही है।
Created On :   28 April 2022 7:17 PM IST