नवंबर के 12 करोड़ अटके, दिसंबर के मॉडल रेट का ठिकाना नहीं

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शासन ने नवंबर माह का मॉडल रेट तय कर दिया है, लेकिन भावांतर की तकरीबन 13 हजार किसानों की 12 करोड़ की राशि किसानों के खातों में पहुंच नहीं पाई है। मंडी प्रबंधन लगातार किसानों की गणना के कार्य में लगा हुआ है जो कि अंतिम चरण में है। प्रबंधन नया वर्ष आने से पहले किसानों के खातों में भावांतर की राशि पहुंचाने की बात कर रहा है। किसानों को नवंबर माह की भावांतर राशि अब तक नहीं मिल पाई है साथ ही दिंसबर माह में अनाज बेचने वाले किसानों को दिसंबर के मॉडल रेट का इंतजार है। भावांतर की राशि नहीं मिलने व दिसंबर माह का मॉडल रेट तय नहीं होने से किसानों में आक्रोश है।
इस माह 20 हजार किसानों ने बेचा मक्का
दिसंबर माह का मॉडल रेट तय नहीं हो पाया है इस माह तकरीबन २० हजार किसान भावांतर योजना में अपना मक्का बेच चुके है। प्रबंधन की माने तो एक से पांच जनवरी के बीच दिसंबर माह का मॉडल रेट शासन तय कर सकता है। किसानों का कहना है कि उनका अनाज वर्तमान में 900 से 1050 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है, उस हिसाब से दिसंबर का मॉडल रेट अच्छा आना चाहिए जिससे किसानों को नुकसान ना हो।
कृषि उपज मंडी कुसमेली छिंदवाड़ा के सचिव राजेश द्विवेदी से मामले को लेकर बात की गई। इसमें उन्होंने कहा कि शासन से अभी पैसा नहीं मिला है, गणना पत्रक तैयार किए जा रहे है। आने वाले कुछ दिनों में किसानों के खातों में भावांतर की राशि पहुंच जाएगी।
Created On :   28 Dec 2017 11:34 PM IST