- चुनाव आयोग की ओर से शाम 4.30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। इसमें 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा।
- दुनियाभर में अब तक कोविड से 25 लाख लोगों की मौत
- जीडीपी के आंकड़े आने से पहले टूटा शेयर बाजार, 1000 अंक लुढ़का सेंसेक्स
- इंदौर की सुंदरता को खराब करने वालों पर होगी एफआईआर
- जम्मू-कश्मीरः पाकिस्तान ने इस वर्ष 56 दिनों में 591 बार तोड़ा संघर्षविराम
दो शातिर चोरों से 13 मोटर बाइक बरामद -पहाड़ी के पीछे जंगल में छिपा रखी थीं गाडिय़ां

डिजिटल डेस्क सतना। लम्बे समय से वाहन चोरी में लिप्त दो शातिर बदमाशों को पुलिस ने मैहर क्षेत्र से गिरफ्तार कर 13 बाइक बरामद कर ली है, जिनकी कीमत साढ़े 8 लाख रुपए आकी गई है। पकड़े गए आरोपी पूर्व में भी जेल की हवा खा चुके हैं। पुलिस ने बताया कि बीते कुछ दिनों से आदतन बदमाश प्रहलाद उर्फ लल्लू चौरसिया पुत्र कंधी चौरसिया 22 वर्ष और शुभम पटेल पुत्र स्वर्गीय सुखेन्द्र सिंह 21 वर्ष निवासी कटिया-तिघरा की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मुखबिर के जरिए मिल रही थी। लिहाजा जांच-पड़ताल कर साक्ष्य जुटाने के बाद 7 जून की रात को बदमाशों को देवीजी धाम के पास हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने मैहर, उचेहरा और बदेरा क्षेत्र से 13 मोटरसायकिल चोरी कर देवीजी पहाड़ी के पीछे लगे जंगल में छिपाने का खुलासा कर दिया। तब बदमाशों की निशानदेही पर जंगल में दबिश देते हुए बाइक बरामद कर चोरी का अपराध पंजीबद्ध कर लिया। दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है। गौरतलब है कि शुभम मैहर थाने का निगरानी बदमाशा है तो वहीं प्रहलाद के खिलाफ वाहन चोरी के आधा दर्जन मामले पूर्व से दर्ज हैं। दोनों ही आरोपी वर्ष 2017 में इसी तरह की वारदातों में गिरफ्तार होकर जेल की हवा खा चुके हैं।
चेसिस और इंजिन नम्बर से पहचान की कोशिश
प्रहलाद के कब्जे से बजाज डिस्कवर, हीरो हॉण्डा स्प्लेंडर, यमहा बॉक्सर-4एस, हॉण्डा ड्रीम युगा, काले रंग की बजाज प्लेटिना और काले रंग की हॉण्डा साइन बरामद की गई है तो शुभम से काले रंग की बजाज पल्सर, हीरो हॉण्डा सीडी डिलक्स, हीरो हॉण्डा पैशन प्रो, लाल रंग की हॉण्डा साइन, हॉण्डा ड्रीम युगा, हीरो हॉण्डा सुपर स्प्लेंडर और हॉण्डा साइन जब्त की गई हैं। इस कार्रवाई में पीएसआई शुभम नागभिरे, एसआई यूएस मिश्रा, आरक्षक अनिल सिंह, पंकज मिश्रा, जितेन्द्र द्विवेदी, शिवम तिवारी, अनिल द्विवेदी, लक्ष्मीनारायण रावत, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, प्रधान आरक्षक दीपेश पटेल और आरक्षक दीपेन्द्र शामिल थे।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।