Corona graph : युवा मोर्चा की हेल्पलाइन शुरु, नागपुर में 4182 कोरोना संक्रमित, अमरावती में बिगड़े हालात 

4,182 corona infected in Nagpur, situation worsens again in Amravati district
Corona graph : युवा मोर्चा की हेल्पलाइन शुरु, नागपुर में 4182 कोरोना संक्रमित, अमरावती में बिगड़े हालात 
Corona graph : युवा मोर्चा की हेल्पलाइन शुरु, नागपुर में 4182 कोरोना संक्रमित, अमरावती में बिगड़े हालात 

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी में मंगलवार को 4,182 कोरोना संक्रमित पाए गए, जब्कि ठीक होने वालों का आंकड़ा 7,349 रहा। इसके साथ ही इलाज के दौरान 71 मरीजों ने दम तोड़ दिया। एक्टिव केस 69,199 बताए जा रहे हैं। रिकवरी रेट 82.04% है।

अमरावती जिले में फिर बिगड़े हालात 

अमरावती जिले में फिर से कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। बीते माह इस जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आयी थी लेकिन एक बार फिर यहां दिन-प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा होता देखा जा रहा है। मंगलवार को तो जिले में रिकार्डतोड़ 1123 नए मरीज पाए गए तथा 23 लोगों ने कोरोना से जूझते हुए दम तोड़ दिया। 654 मरीज स्वस्थ भी हुए। वर्धा में भी मंगलवार को 28 लोगों की मृत्यु के साथ 649 लोग संक्रमित पाए गए। 755 लोग स्वस्थ भी हुए। यवतमाल जिले में 19 लोगों ने कोरोना से जूझते हुए दम तोड़ दिाय तथा 1317 लोग पॉजिटिव पाए गए। 1204 लोगों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई। 

चंद्रपुर जिले में कोरोना से मौत का आंकड़ा एक हजार के पास पहुंचने की कगार पर है। मंगलवार को यहां 22 लोगों की मृत्यु के साथ 1170 लोग पॉजिटिव पाए गए। 1092 लोग स्वस्थ भी हुए। गड़चिरोली जिले में 17 लोगों ने जान गंवाई जबकि 516 नए मरीज पाए गए। इससे अधिक 627 लोग कोरोना को मात देने में सफल रहे। गोंदिया जिला कोरोना की जकडऩ से धीरे-धीरे मुुक्त होने लगा है। यहां मंगलवार को 513 लोग संक्रमित पाए गए हैं तथा 583 मरीज स्वस्थ हुए। जबकि मात्र 4 मरीजों की कोरोना से मौत हुई। भंडारा जिले में भी स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ चुकी है। यहां पर 573 लोग पॉजिटिव पाए गए तथा उससे अधिक 1349 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। 15 मरीजों ने संक्रमण के आगे दम तोड़ दिया।  

अमरावती में प्रशासन ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मांगा सहयोग

अमरावती में एक बार फिर तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंगलवार को मनपा आयुक्त प्रशांत रोडे की अध्यक्षता में कोरोना प्रतिबंधात्मक उपाय योजनाओं को लेकर बैठक हुई। इस बैठक में शहर के मुस्लिम धर्मगुरुओं को शामिल कर उनसे आह्वान किया गया कि वे समाज में कोरोना नियमों के प्रति जागरुकता पैदा कर जांच के लिए प्रेरित करें। 

अमरावती जिले के 433 गांव कोरोना से अछूते 

इस समय जब अमरावती जिला पूरी तरह से कोरोना की चपेट में है, जिले के 433 गांव ऐसे हैं जहां पर कोरोना का स्पर्श भी नहीं हुआ है। जिला परिषद केसीईओ अविनाश पांडा के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिबंधात्मक उपाययोजनाओं को बेेहतर ढंग से क्रियान्वित किया गया जिस कारण इन क्षेत्रों के नागरिक अब तक कोरोना से सुरक्षित हैं। 

अकोला, बुलढाणा, वाशिम में 16 मृत, 2,179 नए पॉजिटिव

अकोला जिले में मंगलवार को 6 मरीजों ने दम तोड़ा। 718 नए पॉजिटिव मिलने से जिले में अबतक कुल 42,427 संक्रमित मिल चुके हैं। 475 लोग डिस्चार्ज हुए हैं। 5,692 एक्टिव मरीजों का इलाज जारी है।
 
बुलढाणा जिले में 7 मरीजों ने दम तोड़ दिया। 879 नए पॉजिटिव मिलने से कुल संक्रमितों की संख्या 67,589 हो गई है। 1,173 मरीज स्वस्थ होने से अब ठीक हो चुके लोगों की तादाद 60,938 हो गई है। 6,217 सक्रिय मरीजों का उपचार जारी है। 

वाशिम जिले में मंगलवार को 3 मरीजों की मौत और 582 नए मरीज मिले। 329 मरीजों के ठीक हो जाने से स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या 24,870 पर पहुंच गई है। 4,169 सक्रिय मरीजों का उपचार जारी है। 

युवा मोर्चा की ओर से कोरोना के मरीजों के लिए राज्यव्यापी डॉक्टर सहायता हेल्पलाइन सेवा

प्रदेश भाजपा के युवा मोर्चा की ओर से कोरोना के मरीजों के लिए राज्यव्यापी डॉक्टर सहायता हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है। इससे कोरोना के सौम्य लक्षण वाले मरीज घर बैठे डॉक्टरों से चिकित्सीय सलाह ले सकेंगे। मंगलवार को भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष विक्रांत पाटील ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना मरीज युवा मोर्चा के हेल्पलाइन नंबर 08068173286 पर डॉक्टरों से सलाह ले सकेंगे। पाटील ने कहा कि कोरोना के मरीजों को हेल्पलाइन पर अपना पंजीयन कराना पड़ेगा। डॉक्टर उपलब्धता के अनुसार मरीजों से संपर्क करेंगे। जिसके बाद मरीज डॉक्टर से परामर्श कर सकेंगे। पाटील ने कहा कि कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद भी कई नागरिकों में कोई भी लक्षण नजर नहीं आता अथवा सौम्य लक्षण होते हैं। लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव होने के कारण मरीज डरकर अस्पताल चले जाते हैं। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ जाता है। ऐसे में बिना लक्षण अथवा सौम्य लक्षण वाले कोरोना संक्रमित उपचार के लिए डॉक्टरों से सलाह ले सकेंगे। 

 

 

 

 

Created On :   4 May 2021 10:12 PM IST

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