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7 प्रस्ताव को मिली मंजूरी, एक के परिजनों को मिले 50 लाख
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। जिले में अब तक कोरोना संक्रमण की चपेट में आकर 588 व्यक्ति अपनी जान गंवा चुके हैं। शासन की ओर से सभी मृतकों के परिजनों को 50-50 हजार लाख रुपए की सहायता राशि देने की नीति बनाई गई है। इसके लिए नियमानुसार परिजनों को प्रस्ताव प्रस्तुत करने थे। जिनमें से अनेक लोगों को इस योजना का लाभ मिला है, लेकिन जिन शासकीय कर्मचारियों की सेवा के दौरान कर्तव्यरत रहते हुए कोरोना से मृत्यु हुई है। उनके परिजनों को शासन की ओर से 50-50 लाख रुपए का बीमा कवच (सानुग्रह अनुदान) राशि देने का निर्णय शासन ने लिया है। जिसके तहत अब तक 15 प्रस्ताव पीड़ित परिवारों ने प्रस्तुत किए हैं। जिनमें से 7 परिवारों के प्रस्तावों मंजूर किए जा चुके हैं। जिनमें से एक पीड़ित लाभार्थी के खाते में 50 लाख रुपए जमा कर दिए गए हैं। जबकि अन्य परिवार अभी भी राशि मिलने अथवा प्रस्ताव मंजूर होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से जंग में डॉक्टर्स, नर्स, सफाई कर्मचारी, पुलिस, आशा सेविकाओं के अलावा सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों की अहम भूमिका रही है। इस दौरान सेवा देते समय अनेक अधिकारी, कर्मचारियों की कोरोना वायरस से मृत्यु हो गई। इन परिवारों की मदद के लिए राज्य शासन ने बड़ी घोषणा की थी। जिसमें कहा गया है कि, यदि कोई सरकारी अफसर या कर्मचारी की मौत सेवा देते समय हो जाती है तो उनके परिजनों को 50-50 लाख रुपए बीमा कवच योजना के तहत सानुग्रह अनुदान दिया जाएगा। इतना ही नहीं संविदा पद्धति से काम करने वाले कर्मियों को भी इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
जिले में कोरोना संक्रमण से अब तक 46 हजार 126 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। जिनमें से 588 मरीजों की जान चली गई। मृतकों में अनेक सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों का समावेश है। सेवा देते समय कोरोना वायरस से मृत्यु होने वाले परिजनों से आह्वान किया गया था कि, इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने-अपने प्रस्ताव 30 जनवरी 2022 तक प्रस्तुत करें। जिस पर जिले के 15 पीड़ित परिजनों ने प्रस्ताव प्रस्तुत किए। जिनमें से 7 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। वहीं इन 7 प्रस्तावों में से मृत सरकारी अधिकारी के परिजन को 50 लाख रुपए का सानुग्रह अनुदान दे दिया गया है, लेकिन अभी भी अन्य पीड़ित परिवारों को प्रस्ताव की मंजूरी तथा अनुदान के लिए प्रतीक्षा करना पड़ रहा है।
प्रलंबित प्रस्तावों को मंजूरी की प्रतीक्षा
इस संदर्भ में पीड़ित परिजनों ने बताया कि, शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार कालावधि में प्रस्ताव प्रस्तुत किए हैं, लेकिन अभी तक प्रस्ताव को मंजूरी मिली या नहीं इस संदर्भ में जानकारी नहीं मिली है। जिससे प्रस्तावों के संदर्भ में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। संविदा पद्धति से सरकारी सेवा देने वाले कर्मियों की भी कोरोना वायरस से मृत्यु हुई है। उन परिवारों के भी प्रस्तावों पर गंभीरता से ध्यान दिया जाए। यह मांग भी पीड़ित परिजनों ने की है।
Created On :   16 Feb 2022 6:08 PM IST