अर्से बाद खुले आसमान में नजर आया गिद्धों का झुण्ड

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
पहाड़ीखेरा अर्से बाद खुले आसमान में नजर आया गिद्धों का झुण्ड

डिजिटल डेस्क, पहाड़ीखेरा .। प्रकृति ने जो इको सिस्टम का चक्र बनाया है उसमें साफ-सफाई का काम गिद्धों द्वारा किया जाता है। प्रकृति को स्वच्छ रखने मेंं गिद्धो की बड़ी भूमिका है परंतु विभिन्न कारणों की वजह से गिद्धों की प्रजाति पर संकट के बादल छाये हुये है जिससे गिद्धों के दर्शन अब दुलर्भ हो गये है। क्षेत्राचंल लंबे समय के बाद बृहस्पति कुण्ड के समीप बड़ी संख्या मेंं गिद्धों का झुण्ड दिखाई दिया है जिससे क्षेत्राचंल लोग गिद्धों की हुई वापसी को लेकर उत्साहित है। पन्ना पहाड़ीखेरा मार्ग बृहस्पति कुण्ड से लगभग ०३ किलोमीटर दूर स्थित करीब ०१ सैकडा गिद्धों को जमीन पर बैठे और आसमान की ऊँचाई नापते दिखाई दिये। स्थानीय लोगों ने बताया कि काफी साल पहले गांव में जब मवेशी मृत होने के बाद उन्हे गावं से दूर फेक दिया जाता था तो मृत मवेशी का मांस खाने के लिये बड़ी संख्या में गिद्ध पहँचुते थे परंतु कई सालों से गिद्धो की स्थिति यह हो गई है कि गिद्ध कही भी नजर नही आते अर्से बाद पहली संख्या में इतनी अधिक संख्या में गिद्धो का पहँुचने से इस बात की उम्मीद की जा सकती है कि अचंल में गिद्ध अपना डेरा बनायेगें और उनकी आबादी बढ़ेगी। जिससे प्रकृति के सफाई कर्मी के गायब हो जाने से जो समस्या का सामना ग्रामीणें को करना पड़ रहा है उनका भविष्य में समाधान होगा। गौरतलब हैं पन्ना टाइगर रिजर्व में सैकड़ों गिद्धों की मौजूदगी लगातार बढ़ रही है। जिनमें इंडियन वल्चर, हिमालयन ग्रिफिन, रेड हेडेड, यूरेशियन ग्रिफिन गिद्ध एवं अन्य शामिल हैं इसके अलावा आबादी क्षेत्रों में अब यह नजर नहीं आतेए वर्षों बाद यह पन्ना-पहाड़ीखेरा मार्ग में बृहस्पति कुंड के पास सडक़ किनारे विचरण करते देखे गए हैं जिससे पर्यावरण प्रेमियों ने प्रसन्नता का इजहार किया है।

Created On :   29 Aug 2022 4:39 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story