छतरपुर की फास्फेट खदान की नीलामी पर रोक हटेगी

Ban on auction of phosphate mine of Chhatarpur will be lifted
छतरपुर की फास्फेट खदान की नीलामी पर रोक हटेगी
छतरपुर की फास्फेट खदान की नीलामी पर रोक हटेगी

डिजिटल डेस्क भोपाल । छतरपुर के मडदेवरा रॉक फॉस्फेट ब्लॉक में बहुमूल्य खनिज यूरेनियम होने की संभावना के बाद लगी नीलामी पर रोक हटाने की तैयारी शुरू हो गई है। मडदेवरा में 122 हैक्टेयर में रॉक फॉस्फेट की खदान है, जिसमें यूरेनियम मिला है। राज्य सरकार ने केंद्रीय खनिज मंत्री प्रहलाद जोशी से कहा कि इस रोक पर पुनर्विचार किया जाए। एटामिक मिनरल डिवीजन (एएमडी) ने रोक लगाई है, लिहाजा वह जल्द से जल्द अपनी प्रक्रिया पूरी करे। जोशी ने कहा कि लिखित में राज्य सरकार अपने पक्ष भेजे। तुरंत विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दौरान मॉयल (मैगनीज ओर इंडिया लिमिटेड) द्वारा बालाघाट और छिंदवाड़ा जिलों में 1961 से आरक्षित क्षेत्रों को अनारक्षित करने के संबंध में भी बात की। जानकारी के अनुसार प्रदेश का खनिज महकमा मडदेवरा ब्लॉक को फॉस्फेट की खदान मानकर इसकी नीलामी की प्रक्रिया कर रहा है। इसी दौरान हाईकोर्ट में एक पिटीशन लगी, जिसमें कहा गया कि क्षेत्र में यूरेनियम है। इसकी सुनवाई 27 जुलाई को रखी गई है। तब तक एटोमिक मिनरल डिवीजन से वस्तुस्थिति का पता लगाने की तैयारी है। फॉस्फेट के नाम पर खदान को हासिल करने के लिए नौ फर्म सामने आई हैं। इधर, भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग द्वारा बैतूल और छतरपुर जिले में दुर्लभ खनिजों की खोज के लिए अलग से सर्वे जारी है। वर्ष 2022 तक प्रदेश में एक सौ से अधिक खनिज ब्लाक्स की नीलामी होना है। इससे आगामी 50 साल तक 30 हजार करोड़ राजस्व मिलने की उम्मीद है। सीएम ने केंद्रीय खनिज मंत्री से कहा कि भोपाल में भारतीय खान ब्यूरो का दफ्तर खोला जाए।  
 

Created On :   10 July 2021 12:18 PM GMT

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