इस साल मुंबई में पांच हजार बरगद के पेड़ लगाने की मुहिम

Campaign to plant five thousand banyan trees in Mumbai this year
इस साल मुंबई में पांच हजार बरगद के पेड़ लगाने की मुहिम
हरी होगी आर्थिक राजधानी इस साल मुंबई में पांच हजार बरगद के पेड़ लगाने की मुहिम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। देश का राष्ट्रीय पेड़ बरगद मुंबई में तेजी से खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है। लेकिन हालात बदलने के लिए अब स्वयंसेवी संस्था मिशन ग्रीन मुंबई ने लोगों की मदद से इस साल पांच हजार बरगद के पेड़ लगाने की मुहिम शुरू की है। संस्था की कोशिश है कि एक परिवार एक बरगद के पेड़ की देखभाल की जिम्मेदारी ले। लोगों की तरफ से अच्छा समर्थन भी मिल रहा है और सोशल मीडिया के जरिए जानकारी साझा करने के बाद पहले ही सप्ताह में 100 से ज्यादा लोग पेड़ लगाने के लिए संस्था से संपर्क कर चुके हैं। संस्था से जुड़े सुभजीत मुखर्जी ने बताया कि इस मुहिम के लिए निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फंड और दानदाताओं से इसके लिए रकम जुटाई जा रही है। इस मुहिम के तहत जो पेड़ लगाना चाहते हैं उन्हें बस जगह की पहचान करनी होगी। इसके बाद हम दो साल के बरगद के पेड़ के साथ खाद, पेड़ की सुरक्षा जाली आदि की भी व्यवस्था करेंगे। इसके लिए अगर स्थानीय प्रशासन से बात करनी पड़े तो वह भी हम कर लेंगे बस परिवार को शुरूआत में पेड़ की देखभाल करनी होगी। मुखर्जी ने कहा कि पिछले 25 सालों में मुंबई में बरगद के पेड़ सिर्फ काटे गए हैं लगाए नहीं गए। जबकि बरगद हमारा राष्ट्रीय पेड़ है और यह महानगर से खत्म होने की कगार पर है। कभी मुंबई में जगह-जगह बरगद नजर आते थे लेकिन अब ज्यादातर पेड़ काट दिए गए हैं। महानगर में जगह की बड़ी समस्या है बरगद के पेड़ के लिए कम से कम 30 वर्ग फुट की जमीन की जरूरत होती है लेकिन ऐसा नहीं है कि जमीन नहीं मिल सकती। मुखर्जी ने कहा कि अगर लोग और प्रशासन चाहे तो 100 साल तक जिंदा रहने वाले बरगद के 5 हजार पेड़ आसानी से मुंबई में लगाए जा सकते हैं।   

400 प्राणियों को मिलता है आसरा

सुभजीत मुखर्जी ने कहा कि बरगद के पेड़ की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इस पर 400 जीव जंतुओं को आसरा मिलता है। तितलियों, गिलहरी, चींटियों से लेकर चमगादड़ तक जैसे कई जीव बरगद के पेड़ पर रहते हैं। बरगद का पेड़ लोकतंत्र का असली प्रतीक है। मुखर्जी ने कहा कि बरगद का पेड़ सिर्फ साफ हवा और ऑक्सीजन नहीं देता उसका हर हिस्सा दवाई के काम आता है।   

Created On :   8 Jan 2023 10:13 PM IST

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