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उपचार से अच्छा होता है मवेशियों का रोग- पाटोले
डिजिटल डेस्क, खामगांव। वर्तमान स्थिति में खामगांव तहसील में मवेशियों पर लम्पी इस रोग का प्रादुर्भाव होने का नजर आ रहा हैं। यह संक्रामक बीमारी होने से आदि निरोगी मवेशियों को लागन न हो, जिसके लिए किसानों ने ध्यान रखना आवश्यक हैं। चर्मरोग के लक्षण अपने मवेशियों में नजर आए तो तुरंत समीप पशुवैद्यकीय अस्पताल को बताए एवं टोल फ्री क्रमांक तथा राज्यस्तरीय कॉल सेंटर क्रमांक पर संपर्क करें। बाधित मवेशियों का पशुवैद्यकीय अस्पताल के डाक्टर व्दारा इलाज कराने के बाद लम्पी बीमारी अच्छी हो सकती हैं, ऐसा आवाहन खामगांव तहसीलदार अतुल पाटोले ने किया हैं।
अपने बाधित मवेशियों के बारे में न बताया तो प्राणियों में संक्रमक एवं सांसर्गिक रोग प्रतिबंध एवं नियंत्रण अधिनियम २००९ की धारा ३२ नुसार संबधित पर अपराध दर्ज किया जा सकता हैं इस बात का ध्यान रखे। निरोगी मवेशियों को लागण न हो, जिसके लिए उनका पशुवैद्यकियों के सहयोग से टीकाकरण कराकर लें। लम्पी चर्मरोग से ग्रस्त मवेशियों पर आदि निरोगी मवेशियों में शामिल होने न दें, उसना विलगीकरण करना अनिवार्य हैं। संक्रमित हुए परिसर के मवेशियों का बाजार बंद किए गए हैं। इसलिए तहसील के किसी भी परिसर में अवैध रूप से बाजार भरा तो तुरंत पुलिस विभाग एवं तहसील प्रशासन से संपर्क करें। रोगग्रस्त मवेशियों की मौत हुई तो उसे कम से कम आठ फीट गहरे गड्ढे में दफन कर उसका व्यवस्थापन करें, मृत मवेशियों के निचे एवं उपर चुने की पावडर डाले, मवेशियों का गोठा एवं आसपास के परिसर में छिड़काव करें, मच्छर, मक्खिया, गोचिड आदि बाह्य कीटको से होनेवाला प्रसार रोकते आएगा, ऐसा छिडकाख फिर से २१ दिनों बाद करें। मवेशियों को प्रकोप होने के लक्षण नजर आए तो तुरंत इलाज के लिए संपर्क करें।
मवेशी की मौत हुई तो उस मवेशी पर इलाज कराकर लिया था क्या? कितने दिन इलाज किया आदि बारे में जानकारी मदद देते समय ली जाएगी। सभी नागरिकों ने अपने पशुधन का ध्यान रखें। निरोगी मवेशियों का टीकाकरण, बाधित मवेशियों का विलगीकरण एवं औषधोपचार कराकर लें तथा टीकाकरण, विलगीकरण, औषधोपचार डाक्टर की राय के अनुसार करें, ऐसी भी अपील खामगांव तहसीलदार अतुल पाटोले ने की हैं।
Created On :   11 Oct 2022 5:53 PM IST