आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया खूंखार बंदर

Finally, after hard efforts, the dreaded monkey was caught
आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया खूंखार बंदर
गोंदिया आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा गया खूंखार बंदर

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। गोरेगांव वन परिक्षेत्र अंतर्गत बोरगांव में पिछले 4 दिन से एक खूंखार बंदर ने दहशत मचा रखी थी। इस बंदर ने अब तक दो महिलाओं पर हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया था। जिसे पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने एड़ीचोटी का जोर लगा दिया था। आखिरकार चौथे दिन मंगलवार, 24 मई को दोपहर 4 बजे के दौरान बंदर को पकड़ लिया गया। जिससे ऑपरेशन मंकी सफलतापूर्वक पूरा हो गया। बंदर के मिलते ही वन विभाग की टीम ने राहत की सांस ली है। वहीं बोरगांववासी भी इस बंदर की दहशत से मुक्त हो गए हैं। बता दें कि 21 मई को बोरगांव निवासी रेवनबाई रहांगडाले नामक महिला मनरेगा के काम कर रही थी। पानी लेने जब वह घर जा रही थी तभी बंदर ने हमला कर उसे घायल कर दिया। 

परिसरवासियों ने उसे बंदर के चंगुल से छुड़ा लिया। वहीं दूसरे दिन ग्राम की कविता पटले पर भी हमला बोल दिया और उसे भी घायल कर दिया। तब से बोरगांववासी इस बंदर की दहशत में जी रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की आरआरटी टीम ने उस बंदर को पकड़ने के लिए रेस्क्यु ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन वह तीन दिनों तक इस टीम को चकमा देता रहा। लगातार तीन दिन तक उस बंदर पर रात 8 बजे तक पैनी नजर रखी जा रही थी। आरआरटी टीम ने ट्रेक्युलाईजर गन के माध्यम से बंदर को बेहोश करने के लिए उस पर फायर किया था किंतु निशाना चुक गया। फिर से 24 मई को बंदर को पकड़ने के लिए रेस्क्यु ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान फिर से ट्रेक्युलाईजर गन के माध्यम से बंदर को बेहोश करने के लिए फायर किया। अचुक निशाना लग जाने से वह बेहोश हो गया। तत्काल उसे जीवित पकड़कर मुरदोली के जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया और ऑपरेशन मंकी सफल हो गया। 

Created On :   25 May 2022 12:47 PM GMT

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