आग का तांडव, 350 एकड़ की फसल स्वाहा, सवा करोड़ से ज्यादा का नुकसान

आग का तांडव, 350 एकड़ की फसल स्वाहा, सवा करोड़ से ज्यादा का नुकसान

डिजिटल डेस्क जबलपुर। यहां तथा आसपास के जिलों कटनी छिंदवाड़ा सिवनी  नरसिंहपुर बालाघाट आदि में बीती रात से लेकर अभी तक लगभग 350 एकड़ की गेहूं की फसल जलकर खाक हो चुकी है । किसान की दिन रात की मेहनत से उपजाया बई यह लगभग सवा करोड़ की फसल इस नरह स्वाहा हो जाने से आधे से ज्यादा किसान सदमें की स्थिति में हैं ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार  कटनी में 100 एकड़ में लगी 30 लाख रुपये से अधिक की फसलें स्वाहा हो गईं। पड़वार, तिहारी, छीतापहाड़ी में दोपहर एक बजे से डेढ़ बजे के बीच हुई, यहां 60 एकड़ में लगी लगभग एक दर्जन किसानों की फसलें राख हो गईं। तीसरी घटना भेड़ा में, चौथी घटना सलैया फाटक-सिंहुड़ी इमलयिा के बीच 30 एकड़ की फसल स्वाहा हो गई।
आग ने रखा विकराल रूप-
पड़वार, तिहारी, छीतापहाड़ी के बीच में दोपहर एक बजे हाईटेंशन लाइन से उठी चिंगारी ने सबसे पहले घसीटा हल्दकार के खेत को चपेट में लिया। देखते ही देखते आग ने ऐसा विकराल रूप धारण किया कि आसपास के किसानों को खेत भी धू-धू कर जलने लगे। जब तक आग पर काबू पाया जाता तब तक 60 एकड़ में लगी फसल पूरी तरह जल चुकी थी। चारों ओर धुंआ ही धुंआ दिखाई दे रहा था। कुछ पल पहले तक जिन खेतों में फसलें खड़ी थीं वहां केवल राख उड़ रही थी। यहां कटनी से पहुंचकर फायर ब्रिगेड ने आग बुझाई। इस आगजनी में घसीटा हल्दकार, राजाराम हल्दकार, सदन, चंदूसिंह राजपूत, जितेन्द्र सिंह, यार मोहम्मद, राजन सिंह, जगन हल्दकार, भाईलाल भूमिया के खेतों की फसलें जल गईं। सूचना मिलने पर तहसीलदार राजेश पांडेय, नायब तहसीलदार शैवाल सिंह, आरआई राजेन्द्र श्रीवास्तव पटवारियों के दल के साथ पहुंचे।

देवरी बिछिया में 12 एकड़ फसल स्वाहा-
देवरी बिछहिया में आग बुझाने में लोगों को भारी मशक्कत करना पड़ी। फायर ब्रिगेड नहीं होने से लोगों ने खेतों में लगे पेड़ों की टहनियां काटकर आग में पटकना शुरू किया। शार्ट सर्किट से विद्युत व्यवस्था ठप होने से आसपास के मोटर पम्प और ट्यूबवेल भी बंद हो गए थे। सैलया फाटक, सिंहुड़ी एवं इमलिया के बीच दोहपर करीब तीन बजे खेत धधकने लगे। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक आग 30 एकड़ में फैल चुकी थी। सूचना मिलने के करीब एक घंटे बाद कटनी फायर ब्रिगेड वाहन पहुंचा और आग पर काबू पाया। इस आगजनी में जगनलाल हल्दकार, अशोक, हरछट, प्रीतम हल्दकार, सुखई, रामलाल हल्दकार, रामरतन हल्दकार, सुरेश, मुकेश हल्दकार, धन्यकुमार यादव, कैलाश, जितेन्द्र सिंह, चरण सिंह, जगत सिंह के खेतों की पूरी फसल जलकर राख हो गई।
खेत में आग देख किसान बेहोश-
लोगों ने खेतों में लगे पेड़ों की टहनियां तोड़कर आग में पटककर बुझाने का प्रयास किया। खेत में आग लगी देख अश्वनी दुबे भी पेड़ों की टहनियां पटक कर आग बुझाने लगे। इसी दौरान वह आग की लपटों से घिर गए। धुआं और गर्मी के कारण बेहोश हो गए। उन्हे तत्काल शासकीय अस्पताल ले जाया गया। चूंकि आसपास के ट्यूबवेल एवं मोटर पम्प बंद थे, इसलिए लोगों ने टैक्टरों में टैंकर से पानी लाकर आग बुझाई। इसी तहर भेड़ा गांव में दोपहर एक बजे आग लगने से तीन एकड़ की फसल स्वाहा हो गई।
आग ने मचाया तांडव
 छिंदवाड़ा चौरई नगर की समीप नवेगांव में े लगी आग ने 50 एकड़ की फसल को चपेट में ले लिया। यहां फायर ब्रिगेड के देरी से पहुंचने के कारण जमकर नुकसान हुआ। किसानों ने खेतों के ट्यूबवेल और कुओं में पंप चलाकर पाइप से पानी की बौछार की तब आग शांत हो पाई। तहसीलदार सुधीर जैन के निर्देश पर पटवारी निर्भय सिंह वर्मा ने मौके पर जाकर पंचनामा बनाया।
एक फायर ब्रिगेड, सैकड़ों गांव
नगर परिषद में एक ही फायर ब्रिगेड है इसी वाहन के भरोसे सैकड़ों गांवों में अग्निशमन की जिम्मेदारी है। नवेगांव में आग लगने के दौरान फायर वाहन कुंडा के पास आग को बुझाने गया था। जब तक वाहन कुंडा से लौटा तब तक आग नवेगांव में बेकाबू हो गई थी। किसानों के मुताबिक नरवाई में आग लगाने के कारण आगजनी हो रही है किसानों ने प्रशासन से खेतों में नरवाई जलाने पर रोक लगाने की मांग की हैं।
जूनापानी में आग से दो घर हुए खाक
तामिया ब्लाक की ग्राम पंचायत पांडू पिपरिया के ग्राम जूनापानी में शुक्रवार की सुबह दो मकानों में अचानक आग लग गई। आगजनी से घर में रखा सामान पूरी तरह खाक हो गया। पंचायत सचिव टीकाराम साहू ने बताया कि जूनापानी निवासी सुद्धु कारू एवं गुजजा टूटू के मकान जो अगल बगल में थे। सुबह लगभग 10 बजे अचानक आग लगने से गृहस्थी का पूरा सामान और घर पूरी तरह जल गया। स्थानीय ग्रामीणों ने एकजुट होकर आग बुझाई। फायर बिग्रेड जब तक गांव में पहुंची तब तक दोनों में मकान खाक हो गए थे।
कोयलारी के जंगल में लगी आग
हिरदागढ, जुन्नारदेव
हिरदागढ के मनकूघाटी के समीप कोयलारी के जंगल में बुधवार की रात अज्ञात व्यक्ति ने आग लगा दी। यहां नीलगिरी, सागौन सहित मिश्रित पेड लगे हुए है। आग ने लगभग 2 हेक्टेयर जमीन को अपनी जद में ले लिया। आगजनी की सूचना ग्रामीणों ने रेंजर को दी। इसके बाद वन अमले ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया।  छिंदीकामथ के कोयलारी के जंगल में आगजनी की इस घटना के पीछे शरारती तत्व या महुआ बीनने पहुंचने वाले ग्रामीणों का हाथ होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

 

Created On :   31 March 2018 9:21 AM GMT

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