पक्षी प्रेमी के खिलाफ वन विभाग ने दर्ज कराई जंगली प्राणियों के शिकार को लेकर एफआईआर

Forest department filed an FIR against the bird lover regarding the hunting of wild animals
पक्षी प्रेमी के खिलाफ वन विभाग ने दर्ज कराई जंगली प्राणियों के शिकार को लेकर एफआईआर
मामला रद्द कराने पहुंचा हाईकोर्ट पक्षी प्रेमी के खिलाफ वन विभाग ने दर्ज कराई जंगली प्राणियों के शिकार को लेकर एफआईआर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मशहूर पक्षी प्रेमी प्रदीप डिसूजा ने खुद के खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग को लेकर बांबे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। राज्य के वन विभाग ने डिसूजा के खिलाफ कथित तौर से  जंगली प्राणियों का शिकार करने व खरीदने के आरोप में आपराधिक मामला दर्ज कराया है। दरअसल अक्टूबर 2021 में  वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने डिसूजा के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान उनके घर से 43 तोते, आठ चमगादड, उल्लू व बगुला जैसे पक्षी जब्त किए थे। डिसूजा के मुताबिक यह पक्षी जंगल में जीवित रहने के योग्य नहीं थे। इसलिए उन्हें मैंने अपने यहां रखा था। मैंने इस संबंध में वन विभाग को पत्र भी लिखा था लेकिन विभाग ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। 

इस छापेमारी के बाद डिसूजा के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। जिसे रद्द करने की मांग को लेकर डिसूजा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका के मुताबिक इस मामले में डिसूजा को 5 अक्टूबर 2021 को गिरफ्तार किया गया था बाद में उन्हें कोर्ट ने जमानत प्रदान कर दी थी। याचिका में डिसूजा ने खुद पर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। याचिका में डिसूजा ने कहा है कि उन्होंने कभी किसी प्राणी का न तो शिकार किया और न ही उसे बेचा है। न्यायमूर्ति एनजे जामदार की खंडपीठ ने 2 अगस्त को उनकी याचिका पर सुनवाई रखी है। डिसूजा मुख्य रुप से घायल व बीमार पक्षियों को बचाने के लिए जाने जाते हैं। मुंबई में पक्षियों को छुडाने व जख्मी पक्षियों का इलाज कराने के लिए जाने जानेवाले डिसूजा ने कहा है कि सरकार के पास पर्याप्त संसाधन होने के कारण वन विभाग के अधिकारी पक्षियों के पुर्नवास के लिए उनकी मदद लेते थे।


 

Created On :   19 July 2022 9:51 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story