नर्मदा में मिल रहे नाले को डायवर्ट कर वीरान गार्डन में लाई जा रही हरियाली

Greenery being brought to the deserted garden by diverting the drain found in Narmada
नर्मदा में मिल रहे नाले को डायवर्ट कर वीरान गार्डन में लाई जा रही हरियाली
नर्मदा में मिल रहे नाले को डायवर्ट कर वीरान गार्डन में लाई जा रही हरियाली

इनोवेशन - भेड़ाघाट के पंचवटी में बंद पड़े सीवेज वॉटर डायवर्सन प्लांट को दोबारा शुरू करके पेश की मिसाल
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
भेड़ाघाट स्थित पंचवटी घाट से लगे नाले का गंदा पानी नर्मदा नदी में सालों से प्रदूषण फैला रहा था। कुछ समय पूर्व नर्मदा में प्रदूषण की रोकथाम के लिए डायवर्सन प्लांट बनाया गया था, अनदेखी के चलते ये प्लांट बंद पड़ा हुआ था और लगातार नाले का गंदा पानी नर्मदा नदी में मिल रहा था। लेकिन भेड़ाघाट नगर पंचायत ने बंद पड़े इस सीवेज वॉटर डायवर्सन प्लांट को नए सिरे से शुरू करके इसके पानी को सालों से वीरान पड़े विजिटर पार्क में शिफ्ट करके वहाँ नाले के पानी से  सिंचाई कर हरियाली लाने का प्रयास भी किया है। नगर परिषद की ये योजना फिलहाल अस्थायी है, लेकिन इस प्लानिंग के लिए स्थायी इंतजाम करके भविष्य में इसके अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। 
नगर पंचायत भेड़ाघाट सीएमओ एके रावत ने बताया कि पंचवटी घाट से लगा एक पुराने नाले का पानी सालों से नर्मदा नदी में िमल रहा था। कुछ वर्ष पूर्व इस नाले के ऊपरी हिस्से में छोटा स्टॉप डेम बनाया गया था,जिससे कचरा ऊपर ठहर जाता था और सिर्फ पानी नीचे जाता था। नाले की सतह पर एक मोटर पंप लगाया था, जिससे नाले का पानी समीप के गार्डन में शिफ्ट किया जाता था। लेकिन बारिश के दौरान हर साल आने वाली बाढ़ के कारण पंप जल जाते थे और पानी लगातार नदी में जाता रहता था। श्री रावत के अनुसार हाल ही में इस डायवर्सन प्लांट को पुन: शुरू करने की तैयारी हुई और अब नए सिरे से इसका पानी पुराने विजिटर पार्क में शिफ्ट किया जा रहा है। श्री रावत ने बताया कि नाले के पानी से विजिटर पार्क में लगे पेड़-पौधों में सिंचाई कराई जा रही है। 
नगर पंचायत का अनुकरण हो 
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने अपने मंच के सदस्य प्रभात यादव के साथ मिलकर नर्मदा जल के प्रदूषण पर विस्तृत चर्चा करते हुए इस बंद प्लांट को शुरू करने की माँग की थी। श्री पांडे के अनुसार नगर पंचायत ने उनके सुझाव पर बेहतर काम किया है, जिसका अनुकरण ग्वारीघाट, तिलवारा घाट और नर्मदा के अन्य घाटों में मिलने वाले नालों में इसी तरह किया जाना चाहिए। 

Created On :   10 Feb 2021 8:55 AM GMT

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