- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- गोंदिया
- /
- बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा...
बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा हनुमान नगर
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। नक्सल प्रभावित दुर्गम व आदिवासी बहुल अर्जुनी मोरगांव तहसील के इसापुर ग्रामपंचायत अंतर्गत आनेवाले हनुमान नगर में स्थानीय नागरिकों द्वारा बरसों से परिसर में पक्की सड़कें तथा पानी की समस्या के निवारण को लेकर प्रशासन से गुहार लगाई जा रही है। हालांकि प्रशासन की ओर से यहां नगर में दो हैंडपंप लगाए गए है, जो हमेशा खराब स्थिति में रहने से नागरिकों को पानी के लिए कोसों दूर तक भटकना पड़ता है। बताया जाता है कि हनुमान नगर में 20 से 25 वर्षों पूर्व घरकुल मंजूर हुए थे। वह अब जर्जर हो चुके है, मात्र स्थानीय जनप्रतिनिधि व प्रशासन द्वारा नागरिकों की समस्या की ओर अनदेखी की जा रही है। यहां बता दें कि इस तहसील में कुल 71 ग्राम पंचायतें होकर इनमें से इसापुर का समावेश है। यह ग्राम पंचायत गुट ग्राम पंचायत के रूप में अस्तित्व में आई है। इसापुर से दो किमी दूरी पर हनुमान नगर में 20 से 25 परिवार पिछले 50 वर्षों से निवास कर रहे हैं। इिटयाडोह मुख्य नहर के किनारे जंगल से सटकर नागरिकों की बस्ती है। यहां की जनसंख्या लगभग 125 होकर अब तक बस्ती विकास से कोसों दूर है। हनुमान नगर में आवागमन के लिए अब तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं कराया गया है। बारिश के दिनों में यहां के नागरिकों को कीचड़ से आवागमन करना पड़ता है। जंगली जानवरों का इस गांव में विचरण होने से नागरिकों को इन जानवरों के डर के साये में घरों में कैद रहते हैं। गांव में रात के समय अंधेरे का साम्राज्य रहता है। इस नगर में दो ही हैंडपंप होकर ग्रीष्मकाली में वह खराब होती है तो नागरिकों को पानी के लिए भटकना पड़ता है।
क्षेत्र का विकास करेंगे
प्रशासन द्वारा हनुमान नगर की बस्ती की ओर अनदेखी की जा रही है। आवागमन के लिए पगडंडी की गिट्टीकरण कर मजबूत करने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से बनाया जाएगा। विद्युत पोल के साथ ही कुओं का निर्माण करने का प्रयास शुरू है। हनुमान नगर के विकास के लिए प्रयास किया जाएगा।
- कल्पना करंभे, सरपंच, इसापुर
कुओं का निर्माण करें
पिछले 50 वर्षों से हनुमान नगर में नागरिकों की बस्ती है। दो हैंडपंप यहां होकर खराबी आने के बाद नागरिकों को जल संकट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में शासन द्वारा इस नगर में कुओं का निर्माण कराया जाना चाहिए।
- जगदीश बोलने, निवासी
Created On :   17 Feb 2022 7:36 PM IST