दूषित खाद्य सामग्री से खतरे में नागरिकों का स्वास्थ्य

Health of citizens at risk from contaminated food items
दूषित खाद्य सामग्री से खतरे में नागरिकों का स्वास्थ्य
विशेष अभियान दूषित खाद्य सामग्री से खतरे में नागरिकों का स्वास्थ्य

डिजिटल डेस्क, खामगांव. होटलों एवं हाथ गाड़ियों पर नमकीन, मिठाई की सामग्री बिना ढकी की बेची जा रही हैं। इससे संक्रमण और बीमारियां फैलने का अंदेशा रहता हैं। संबधित विभागव्दारा विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करना चाहिए। ग्रामों में लगने वाले हाट बाजारों में खाद्य वस्तुओं की खुली हुई जमीन पर दुकानें लगी नजर आती हैं। इससे खाद्य पदार्थो में धूल, मिट्टी के कण मिल जाते हैं। हाथ गाड़ियों पर फलों को बेचने के लिए काटकर रखते हैं। इससे मक्खी, मच्छर फलों के उपर बैठते हैं। खुले खाद्य पदर्थो के सेवन से क्या नुकसान होता हैं, इसकी जानकारी लोगों को नहीं होने से वे उपयोग कर लेते हैं।

मतली, दस्त एवं पेट दर्द की बढ़ती हैं शिकायतें

शहर समेत ग्रामों के बाजारो में मार्ग पर स्थित होटलों, फल सब्जियों की दुकानों पर दिनभर धूल उड़ती रहती हैं। इससे खाद्य सामग्री दूषित होने का खतरा रहता हैं। कई जगह पर होटलों और हाथ गाडियों पर नमकीन, मिठाईयां, फल एवं सब्जिया बिकते हैं। मच्छर, मक्खी धूल एवं दूषित हवा से बचाने के लिए इन सामग्री के ऊपर जालीदार ढक्कन नजर नहीं आते। ऐसे में सामग्री दूषित होने का डर रहता हैं। साथ ही इसके सेवन से मतली, दस्त, पेट दर्द जैसी शिकायतें बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है।

जरूरी है सतर्कता बरतना

खुली, बिना ढकी एवं बासी खाद्यान्न सामग्री का सेवन नहीं करना चाहिए। फलों एवं सब्जियों को बाजार से लाने के बाद उसे साफ पानी में धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए। ताकि संक्रामक बीमारियां होने से बचाव हो सकता है, ऐसी प्रतिक्रिया इस संदर्भ में चिकित्सक आनंद राठी ने दी है।

Created On :   16 Oct 2022 4:06 PM IST

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