- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- अमेरिका से आए हाईटेक हथियार,...
अमेरिका से आए हाईटेक हथियार, एक्यूरेंसी की जाँच पड़ताल, टेस्टिंग के बाद होंगे आर्मी के हवाले

डिजिटल डेस्क जबलपुर । हॉलीवुड की एक्शन मूवीज में अक्सर दिखाई देने वाली अत्याधुनिक गनें (राइफल) अब भारतीय सेना के हाथों में भी नजर आएँगी। 5.56 अमेरिकन राइफल के एक बड़े लॉट की लॉन्ग प्रूफ रेंज खमरिया में टेस्टिंग की गई। यह एसएलआर अपग्रेडेड वर्जन है जिससे लगातार 30 राउण्ड फायर किए जा सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के दौरान भले ही 21 हजार करोड़ के कारोबार पर हस्ताक्षर हुए हों, लेकिन कारोबारी रिश्ते पहले से ही रहे हैं। खमरिया स्थित लॉन्ग प्रूफ रेंज में ऐसे हथियारों की टेस्टिंग की गई जो दिखने में तो बेहद छोटे थे, लेकिन उतने ही ज्यादा घातक हैं। सूत्रों का कहना है कि अमेरिकन 5.56 एसएलआर राइफल जल्द ही सेना के हवाले की जाएगी।
सबसे पहले स्पेशल फोर्सेस को
रक्षा सूत्रों का कहना है कि अमेरिकन राइफल सबसे पहले स्पेशल फोर्सेस को सौंपी जाएँगी। बताया जा रहा है कि कमांडो, डेल्टा फोर्सेस, इंटेलिजेंस को ये हथियार सबसे पहले मुहैया कराए जाएँगे। इसके बाद की खेप भारतीय सेना के जवानों को दी जाएगी। इससे घाटी के आतंकग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को लैस किया जाएगा।
72 हजार में 48 हजार की सप्लाई
अमेरिका के साथ हुए रक्षा सौदे में कुल 72 हजार राइफलें आयात की जानी हैं। सूत्रों का कहना है कि एक राइफल की कीमत तकरीबन 68 हजार रुपए आँकी गई है। खास बात यह है कि आयात होने वाली कुल राइफल्स में से तकरीबन 48 हजार की सप्लाई की जा चुकी है।
9.9 में फुल एक्यूरेंसी
एलपीआर सूत्रों का कहना है कि रेंज में राइफल के मैकेनिज्म का परीक्षण किया गया। यह देखा गया कि हथियार से निकलने वाली हर एक गोली कितने सटीक टारगेट पर रही। तकनीकी सूत्रों का कहना है कि एक अलग सेगमेंट 9.9 में 5 राउण्ड फायर किए गए और खास बात यह है कि सभी एक सर्किल में रहे।
यूएस डिफेंस तक पहुँची रिपोर्ट
एलपीआर में राइफल की टेस्टिंग की रिपोर्ट अमेरिकी रक्षा तथा विदेश मंत्रालय को भी भेजी गई है। जानकारों का कहना है कि इस टेस्टिंग के लिए विशेष तौर पर अमेरिका से तकरीबन आधा दर्जन से ज्यादा रक्षा विशेषज्ञ भी एलपीआर खमरिया पहुँचे। फॉरेनर्स की ओर से भी टेस्टिंग के इनपुट जुटाए गए हैं।
Created On :   7 March 2020 1:51 PM IST