Jabalpur News: पथरीले सूखे इलाके में सबसे ज्यादा बरसे बादल, तो इसी के दूसरे हिस्से में सबसे कम

पथरीले सूखे इलाके में सबसे ज्यादा बरसे बादल, तो इसी के दूसरे हिस्से में सबसे कम
  • 9 गेट खुलने के बाद नर्मदा के घाटों में 7 से 8 फीट तक जलस्तर बढ़ा
  • बरगी बांध: जितना पानी 31 जुलाई को होना चाहिए उतना रविवार शाम तक जमा हो गया
  • शहर में रविवार को अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री दर्ज किया गया, यह सामान्य से 7 डिग्री कम रहा।

Jabalpur News: जिले में जब से मानसून सक्रिय हुआ तब से रिमझिम बारिश का दौर थमा नहीं है। रुक-रुककर बारिश का क्रम जारी है। एक जून से अब तक जिले में कुण्डम तहसील में 509.4 मिलीमीटर यानी 20 इंच बारिश दर्ज हुई। जिले के इस सबसे पथरीले, सूखे इलाके में बादल अब तक सबसे ज्यादा मेहरबान हैं।

इसी तहसील के दूसरे हिस्से में बरेला में 264.8 मिलीमीटर यानी 10 इंच बरसात हुई है, यह सबसे कम है। जहां तक शहर की बात है तो रविवार को हुई 26.8 एमएम यानी एक इंच के करीब बरसात को मिलाकर अब तक 387.2 मिलीमीटर करीब 15 इंच से ज्यादा बरसात हो चुकी है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिनों तक शहर में रिमझिम बारिश का दौर जारी रहने वाला है। शहर अब भी ऑरेंज अलर्ट पर है और मानसून आगे भी मेहरबान रहने वाला है। शहर के आसपास अभी दक्षिण-पश्चिमी हवाएं सक्रिय हैं। अगले 24 घंटों में संभाग के जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है।

केवल 3 डिग्री का अंतर

जिले में रिमझिम बारिश के बीच दोनों तरह के तापमान में लगातार गिरावट है। शहर में रविवार को अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री दर्ज किया गया, यह सामान्य से 7 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री दर्ज किया गया, यह सामान्य से 2 डिग्री कम रहा। दोनों तरह के तापमान में केवल 3 डिग्री का अंतर है।

जलभराव वाले स्टेशनों में हो रही मूसलाधार बारिश का असर

बरगी बांध में जल की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए रविवार की दोपहर खोले गए 9 गेटों से नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। बांध के ऑपरेशनल मैन्युअल के अनुसार 31 जुलाई की शाम तक 417.50 मीटर पानी होना चाहिए लेकिन 25 दिन पहले यह इस सीमा तक आकर भर गया है। इधर बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा के घाटों में 7 से 8 फीट तक जल स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है।

कार्यपालन यंत्री बरगी बांध राजेश सिंह गोंड के अनुसार बांध में आवक को देखते हुए कभी भी इससे पानी निकासी की मात्रा घटाई या बढ़ाई जा सकती है। बता दें कि बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है। फिलहाल बांध के जलभराव वाले स्टेशन में मूसलाधार बारिश हो रही है। शाम तक सवा इंच बारिश दर्ज हुई।

डैम की क्षमता के बराबर पानी छोड़ दिया गया

बीते साल अलग-अलग दिनों में बांध के जो गेट खोले गए, उसमें 3180 एमसीएम मिलियन क्यूबिक मीटर से ज्यादा पानी नर्मदा में छोड़ा गया। बांध का फुल रेंज 422.76 मीटर है, इसका मतलब जितने पानी में बांध पूरा भरता है, उतना केवल जल की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए छोड़ा गया। इस बार भी मानसून जिस हिसाब से सक्रिय है, उसको देखते कहा जा सकता है कि इतनी ही मात्रा में पानी इस बार भी छोड़ा जा सकता है।

Created On :   7 July 2025 5:58 PM IST

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