Jabalpur News: स्कूली वाहन 15 साल से पुराने न हाें, जाम लगा तो स्कूल प्रबंधन दोषी माना जाएगा

स्कूली वाहन 15 साल से पुराने न हाें, जाम लगा तो स्कूल प्रबंधन दोषी माना जाएगा
  • 17 प्राइवेट स्कूलों के प्रबंधकों के साथ यातायात व्यवस्था को लेकर बैठक
  • कलेक्टर दीपक सक्सेना ने शुक्रवार को शहर के 17 स्कूलों के प्रबंधन के साथ आयोजित बैठक में दिए।
  • सभी स्कूल अपने-अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केन्द्रित करें।

Jabalpur News: स्कूली बच्चों को लाने और ले जाने के कार्य में जुटे वाहन 15 सालों से अधिक पुराने नहीं होने चाहिए। जल्द ही वाहनों की जांच की जाएगी और यदि अधिक पुराने वाहन पाए गए तो कार्रवाई की जाएगी। कोई भी स्कूल बच्चों को वाहनों से उतारने और चढ़ाने का कार्य सड़क पर न करे बल्कि स्कूल के अंदर ही ऐसी व्यवस्था की जाए कि वाहन वहीं पार्क हों और बच्चे वहीं से वाहनों में चढ़ें। स्कूलों के सामने यदि जाम लगता है तो इसका दोषी स्कूल मैनेजमेंट माना जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।

उपरोक्त निर्देश कलेक्टर दीपक सक्सेना ने शुक्रवार को शहर के 17 स्कूलों के प्रबंधन के साथ आयोजित बैठक में दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय, अपर कलेक्टर सुश्री मिशा सिंह, एडिशनल एसपी आनंद कलादगी सहित संबंधित स्कूल के प्राचार्य व प्रबंधक मौजूद थे।

इस दौरान एकीकृत शासकीय हाई स्कूल सुहागी, सेंट अलॉयसियस सीनियर सेकेंडरी स्कूल कैंट, आरएस बेला सिंह हाई स्कूल, निर्मला हायर सेकेंडरी स्कूल घमापुर, वर्णी दिगंबर जैन गुरुकुल हाई स्कूल, सेंट जोसफ कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल रांझी, सेंट जोसफ कॉन्वेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल सदर, स्मॉल वंडर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डब्ल्यूएसईसी हाई स्कूल, क्राइस्ट चर्च बॉयस सीनियर सेकेंडरी स्कूल, क्राइस्ट चर्च गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लिटिल किंगडम स्कूल, सेंट नॉर्बर्ट स्कूल, सेंट अगस्टीन स्कूल, महर्षि विद्या मंदिर नर्मदा रोड, लिटिल वर्ल्ड स्कूल तिलवारा व सेंट गेब्रियल स्कूल रांझी के प्रबंधकों ने अपने-अपने विद्यालयों की यातायात व्यवस्था को प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया।

हर वाहन में हों सुरक्षा उपकरण - इस दौरान कहा गया कि स्कूलों के लगने व छूटने के समय ट्रैफिक व्यवस्था समुचित रहे, जिससे जाम की स्थिति न बने। स्कूली वाहन स्कूल कैंपस के अंदर ही विद्यार्थियों को उतारें व छुट्टी के समय वहीं से बैठाएं। साथ ही कहा गया कि वाहनों में आवश्यक सुरक्षा उपकरण रहें।

चालक-परिचालकों के चरित्र के साथ अन्य विषयों पर चर्चा करते हुए कहा कि ऐसा कोई अवांछित घटनाक्रम न हो इसके लिए स्कूल प्रबंधन यातायात व्यवस्था को लेकर सुगम व ठोस कार्ययोजना तैयार करे।

स्कूलों का समय भी अलग-अलग हो

इसके साथ ही सुझाव दिया गया कि यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए स्कूलों के लगने का समय अलग-अलग करने का प्लान तैयार करें, इससे एक ही समय में सड़क पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा।

वैन जैसे अन्य स्कूली वाहन 15 साल से पुराने नहीं होने चाहिए। यदि किसी स्कूल के पास पुराने वाहन हैं तो तत्काल उन वाहनों को बदल दें अन्यथा मोटर व्हीकल एक्ट के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। इसके साथ ही कहा गया कि सभी स्कूल अपने-अपने इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केन्द्रित करें। यदि उनके स्कूल में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है तो अस्थाई पार्किंग की सुगम व्यवस्था करें।

Created On :   5 July 2025 2:03 PM IST

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